Product Manufacturingप्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय | Plastic Products Manufacturing Business in Hindi

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय | Plastic Products Manufacturing Business in Hindi

Plastic Products Manufacturing Business: क्या आप एक ऐसे business idea/व्यवसाय की खोज में हैं जो हमेशा फलता-फूलता रहता है और जिसमें कभी भी मंदी का सामना कभी भी नहीं करना पड़ता हो, तो आप सही स्थान पर पहुच चुके हैं. प्लास्टिक एक ऐसा उत्पाद बनकर उभरा है जिसने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है, आज कोई भी इंसान ऐसा नहीं होगा जो प्लास्टिक का उपयोग न करता हो. 

अमूमन हम आज जितने उत्पाद अपने दैनिक प्रयोग में लेते हैं उसमें से अधिकतर प्रोडक्ट्स प्लास्टिक के ही बने होते हैं, चूंकि प्लास्टिक से बने उत्पाद दिखने में सुन्दर होने के साथ-साथ उपयोग में टिकाऊ भी होते हैं और इनको बनाने में कोई खास मेहनत भी नहीं लगती है. इसलिए plastic industry अंतर्गत products manufacturing करना हमेशा से एक सदाबहार चलने वाले व्यवसाय में गिना जाता है. 

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और आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय (Plastic products manufacturing business idea) के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करने जा रहे हैं.

यदि आप या अन्य कोई इच्छुक उद्यमी अथवा कारोबारी प्लास्टिक उत्पाद निर्माण के क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहा है या बनाना चाहता है, तो इस पोस्ट में दी गई जानकारी काफी लाभप्रद साबित होगी. चलिए शुरू करते है, प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय (Plastic products manufacturing business) पर विस्तृत चर्चा-

Table of Content

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय की संभावनाएं (Prospects of Plastic Products Manufacturing Business)-

आज के तेजी से बदलते परिवेश को देखते हुए यह कहना बिलकुल सटीक है कि प्लास्टिक से बने उत्पादों ने लगभग पूरी दुनिया में अपना अलग स्थान (प्राथमिक जरूरत) स्थापित कर लिया है. वजन में हल्के व मूल्य में कम होने के साथ-साथ लम्बे समय तक टिकाऊ बने रहने के कारण आज प्लास्टिक से बने उत्पादों (Plastic Products) की संख्या में दिन प्रति दिन बढ़ोत्तरी होती ही जा रही है. 

प्लास्टिक से आज लगभग हर तरह के छोटे से छोटे और बड़े से बड़े उन उत्पादों का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसे हम अपने दैनिक प्रयोग में लेते हैं या ले रहे हैं.

मसलन- हम हमारी रसोई में कई तरह के प्लास्टिक उत्पादों जैसे- डिब्बे, ड्रम, ट्रे, बोतल, बाल्टी, प्लेट, बाउल, चम्मच, गिलास, टिफिन, कंटेनर, जग, मग व कई तरह के अन्य प्लास्टिक उत्पाद व बच्चों के लिए खिलौने निर्माण आदि में भी प्लास्टिक का भरपूर मात्रा में उपयोग किया जा रहा है. 

प्लास्टिक की विविधता के कारण प्लास्टिक से बने उत्पादों/सामानों का निर्माण आज न केवल industrial use के लिए बल्कि दैनिक उपयोग के प्राथमिक उत्पादों का विनिर्माण के लिए भी किया जा रहा है. और सबसे अहम बात यह है कि प्लास्टिक से बने उत्पादों की मांग भी बाजार.मार्केट में भारी संख्या में देखने को मिलती है. 

इन सब तथ्यों का आंकलन करने से स्वत: स्पष्ट हो जाता है कि प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय/उद्यम (plastic products manufacturing plant) स्थापित करना इच्छुक उद्यमी/कारोबारी के लिए अच्छा लाभ कमाने का एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. 

अब प्रश्न उठता है कि प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय शुरू करने के लिए किन-किन चीजों, घटकों, रॉ मटेरियल व मशीनों की आवश्यकता होगी, कितने मैनपावर व कितनी जगह की जरूरत होती है? साथ ही प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय इकाई स्थापित करने के लिए कौन-कौन से पंजीकरण कराने होते हैं? इन सबके बारे में एक-एक कर बात करेंगे-

प्लास्टिक कितने तरह का होता है?

Plastic products manufacturing process शुरू करने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि प्लास्टिक उत्पाद के निर्माण में कितने तरह की प्लास्टिक को उपयोग में लिया जाता है. अमूमन मुख्य रूप से दो तरह की प्लास्टिक देखने को मिलती है-

1. थर्मो-प्लास्टिक (Thermoplastic)
2. थर्मोसेटिंग प्लास्टिक(Thermosetting Plastic)

  1. थर्मो-प्लास्टिक (Thermoplastic)- यह प्लास्टिक गर्म करने पर विभिन्न रूपों में बदल जाती है. जैसे- पॉलीथीन, पॉली प्रोपीलीन (PP), पॉली टेट्रा फ्लोरो एथिलीन या टेफलॉन(Teflon), पॉली विनायल क्लोरायड (PVC).
  2. थर्मोसेटिंग प्लास्टिक(Thermosetting Plastic)- यह प्लास्टिक गर्म करने पर सेट हो जाती है. जैसे- यूरिया, फॉर्मेल्डिहाइड, पॉली यूरेथेन (PU).

इसके अतिरिक्त उपयोग के आधार पर भी प्लास्टिक को दो समूहों में वर्गीकृत किया गया है-

  1. कम घनत्व वाली (Low density plastic)
  2. उच्च घनत्व वाली (High density plastic)

इसके अलावा plastic products manufacturing की सबसे खास बात यह है की लगभग हर तरह की प्लास्टिक को आसानी से रीसायकल भी किया जा सकता है. इससे प्लास्टिक रीसायकल व्यवसाय में भी अपार संभावनाएं हमेशा बनी ही रहती हैं.

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रॉ मटेरियल-

प्लास्टिक से बने उत्पादों का निर्माण व्यवसाय (Plastics products manufacturing business) शरू करने के लिए मात्र एक ही रॉ मटेरियल की आवश्यकता होती है और वह है- Plastic Granules मतलब प्लास्टिक से बने दाने.

यह प्लास्टिक दाना (Plastic Granules) अलग-अलग प्लास्टिक से बना होता है. इच्छुक उद्यमी/व्यवसायीय को वांछित उत्पाद का निर्माण करने के लिए plastic से बने अलग-अलग granules का चुनाव करना होता है.

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण के लिए मशीनरी (plastic products manufacturing machine)-

मौजूदा बाजार/मार्केट में प्लास्टिक से बने कई तरह के अलग-अलग आकार व डिज़ाइन के उत्पाद देखने को मिलते हैं. जिनका निर्माण मशीनों की सहायता से किया जाता है. इच्छुक उद्यमी/व्यवसायीय द्वारा वांछित प्लास्टिक उत्पाद निर्माण करने के लिए कच्चे माल/रॉ मटेरियल का चुनाव निर्धारित कर लेने के बाद plastic product निर्माण के लिए नीचे बताई गई मशीनरी की आवश्यकता होती है-

  1. Injection Molding Machine (कीमत- 08 लाख रूपए से शुरू)- मौजूदा बाजार में single product manufacturing based machine भी उपलब्ध होती हैं.
  2. Product Shape Dyes (वांछित प्लास्टिक उत्पाद बनाने के लिए इन डाइज़ का इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही प्रति डाइ की कीमत अलग-अलग होती है.) 
  3. Edge Cutting/Grinding tool (उत्पाद के बन जाने के बाद उत्पाद पर अतिरिक्त प्लास्टिक लगी रह जाती है, जिसकी छटाई मैन्युअल (हाथों से) एक प्रशिक्षित कर्मचारी के द्वारा की जाती है.) 

कहां से खरीदें-

उपरोक्त मशीनरी व रॉ मटेरियल को आप अपने लोकल मार्केट से ले अथवा बनवा सकते हैं यदि लोकल बाजार में यह मशीने व रॉ मटेरियल नहीं मिल पा रहा/रही हैं तो इसे आप ऑनलाइन नीचे दी गई वेबसाइटस से खरीद सकते हैं-

  1. www.indiamart.com 
  2. www.alibaba.com या फिर आप जिसे जानते हैं वहाँ से ऑर्डर दे सकते हैं।

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण प्रक्रिया (Plastic Product making process)-

  • प्लास्टिक से बने उत्पादों का निर्माण करने के लिए सबसे पहले कच्चे माल (प्लास्टिक दाना-plastic Granule) का चुनाव किया जाता है.
  • इसके बाद चुने हुए प्लास्टिक दाने को Injection Molding Machine जिसमें वांछित उत्पाद बनाने की डाई पहले से install कर दी जाती है, के हॉपर में भर दिया जाता है.
  • दाना भर देने के बाद Injection Molding Machine को चालू किया जाता है, जहां मशीन सेटिंग के आधार पर कच्चे माल को अन्दर खींचती है और दाने को गर्म कर install डाई के आकार में प्लास्टिक को ढाल देती है.
  • product की ढलाई के बाद तैयार उत्पाद को मशीन से बहार निकाल लिया जाता है और कुछ देर के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दिया जाता है, ठंडा हो जाने के बाद वांछित उत्पाद पूरी तरह से उपयोग में लिए जाने को तैयार है.
  • इसके बाद बाजार डिमांड के अनुसार उत्पाद की पैकिंग की जाती है.

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण के लिए प्रशिक्षण (Training for Plastic Product Manufacturing)-

मौजूदा बाजार में विभिन्न किस्म के प्लास्टिक उत्पाद उपलब्ध हैं, जो प्राय: सभी जनसामान्य की पहुंच में भी हैं. व्यवसायिक तौर पर प्लास्टिक उत्पादों को निर्मित कर उत्पादों से अच्छा मुनाफा कमाने के लिए जरूरी है कि प्लास्टिक से बनने वाले उत्पादों की निर्माण प्रक्रिया को अच्छे से सीख लिया जाए.

  1. प्लास्टिक उत्पाद निर्माण कारोबार को शुरू करने के लिए प्राथमिक प्रशिक्षण CIPET (Central Institute of Petrochemicals Engineering) के किसी भी institute में आयोजित होने वाली कार्यशालाओं के माध्यम से लिया जा सकता है.
  2. Plastic product manufacturing तहत जहां से भी मशीनरी आदि की खरीद की जाती है वहां से भी निर्धारित उत्पादों को बनाने का प्रशिक्षण हांसिल किया जा सकता है.

प्लास्टिक से कितने प्रकार के उत्पाद बनाये जा सकते हैं?

मौजूदा समय में प्लास्टिक से दैनिक उपयोग वाले उत्पादों सहित इंडस्ट्रियल उपयोग वाले उत्पादों का निर्माण बहुत बड़े पैमाने पर किया जाता है. प्लास्टिक से निर्मित होने वाले प्रत्येक उत्पाद जो स्वयं में independent business का द्योतक माने जाते हैं. मसलन-

1. बाथरूम व किचन में उपयोग किये जाने वाले प्लास्टिक प्रोडक्ट्स
2. मशीनों के कल-पुर्जे व पैनल्स निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग
3. सर्जिकल उत्पाद निर्माण में प्लास्टिक का उपयोग
4. प्लास्टिक आधारित खिलौना निर्माण व्यवसाय
5. मोबाईल कवर, USB cables, Switch Sockets Plugs व इसी प्रकार अन्य प्लास्टिक से बने उत्पाद

प्लास्टिक उत्पाद बनाने में कर्मचारी की आवश्यकता-

अमूमन बड़े स्तर पर प्रत्येक व्यवसाय में मैनपावर या कर्मचारियों की जरूरत पड़ती ही है, प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय को शुरू करने में कम से कम 08 से 12 मैनपावर या कर्मचारियों की अवश्यकता होती है। ये कर्मचारी मैनेजर, प्लास्टिक इंजीनियर, उत्पाद डिजाइनर, मार्केटर, कुशल श्रमिक व सफाई कर्मी आदि हो सकते हैं।

प्लास्टिक से बने उत्पादों का निर्माण व्यवसाय शुरू करने से पहले यह जरूरी है कि इच्छुक उद्यमी या तो स्वम् Plastic products manufacturing के क्षेत्र में अच्छी जानकारी रखता हो,

अन्यथा Plastic products manufacturing business शुरू करने से पूर्व इच्छुक उद्यमी/व्यवसायीय को अपने कर्मचारियों रूप में अनुभवी प्लास्टिक इंजीनियर व उत्पाद डिजाइनर का चुनाव करना प्राथमिक चरण में से एक है.

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय का पंजीकरण-

कोई भी व्यवसाय या कारोबार शुरू करने से पहले एक उद्यमी को अपने उद्यम या कारोबार की कम्पनी/फर्म का पंजीकरण कराना अनिवार्य है, क्योंकि किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए पहला मानक पंजीकरण या रजिस्ट्रेशन लेना होता है.

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय को शुरू करने के लिए उद्यमी को अपनी फर्म पंजीकरण के बाद फर्म के नाम से एक बैक खाता खोलना अनिवार्य है। इसके बाद… 

प्लास्टिक मटेरियल विनिर्माण व्यवसाय (plastic material manufacturing business) को शुरू करने के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए मानक प्रमाण पत्रों से पंजीकृत कराना अनिवार्य है। यह पंजीकरण हैं-

  1. ROC (Registrar of Companies)
  2. Firm Registration
  3. MSME Registration
  4. Factory License
  5. GST No.
  6. Trade & Trade Mark License
  7. NOC Certificate from Pollution Department & Fire Control Board
  8. IEC License

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय पर लागत-

यदि आप प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय वृहद स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो इस व्यवसाय के पूरे setup में कम से कम लगभग 15 से 40 लाख रुपए (GST अलग से) की पूंजी का निवेश करना होगा। यह निवेश ऑटोमेटिक मशीनों, स्थान, कच्चे माल की क्रय दर के अलावा मैनपावर के चयन पर घट अथवा बढ़ भी सकता है।

सुझाव-

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय या किसी भी व्यवसाय/कारोबार को शुरू करने या लागत लगाने से पूर्व इच्छुक व नए उभरते हुए उद्यमी, व्यवसायी, व्यापारी व कारोबारी को इन बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए-

  • बाजार में उत्पाद की मांग व खपत का आंकलन करना,
  • कच्चे माल का कीमत व उपलब्धता पर ध्यान देना,
  • अपने प्रतिस्पर्धी को पहचानना व उसकी कमियों को खोजना
  • अपने कारोबार के लिए एक बेहतर रणनीति बनाना।

व्यवसाय के लिए लोन-

लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने मेक इन इण्डिया के तहत प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना (PMEGP), कौशल विकास योजना आदि के माध्यम आपको आसानी से ऋण/लोन मिल सकता है.

इसके लिए आपको अपनी कंपनी या फर्म के पंजीकरण संख्या से सरकारी योजनाओं के तहत आवेदन करना होगा. सरकारी योजनाओं के तहत लघु उद्योग हेतु ऋण/लोन लेने के लिए आप अपने क्षेत्रीय सरकारी बैंक की शाखा से आवशयक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

नोट- निर्धारित समय के बाद आपको अपने बिजनेस का इंश्योरेंस जरूर कराना चाहिए. इससे आपका कारोबार भविष्य में और मजबूती से उभरेगा.

प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय में मुनाफा-

अब बात करते हैं प्लास्टिक उत्पाद निर्माण  व्यवसाय से होने वाले मुनाफे की। सामान्य तौर पर प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय (Plastic Product Manufacturing Business Profits) में उच्च गुणवत्ता के रॉ मटेरियल/कच्चे माल को 50 से 120 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाता है। जिसे मशीनों द्वारा Process कर अलग-अलग quality व आकार का product तैयार किया जाता है.

जहां तैयार उत्पाद को बाजार भाव के मुताबिक अलग-अलग विक्रय दर से आसानी से बेचा जाता है. सामान्य तौर पर Plastic Products Manufacturing Business में profits कम से कम 20% से लेकर 100% तक होता है. साथ ही यदि industrial grade plastic products manufacturing भी की जाए तो लम्बे समय तक अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता है. 

नोट- यह मुनाफा तैयार माल/उत्पाद की गुणवत्ता (Quality) पर निर्भर भी करता है।

सुझाव- 

  1. अपने मुनाफे को बढाने के लिए आप कुछ industrial grade प्लास्टिक से बने PVC Plastic उत्पादों जैसे- प्लास्टिक से बने स्टैंड, मोबाईल कवर, प्लास्टिक ब्रश आदि का निर्माण  भी बड़े स्तर पर शुरू कर सकते हैं, जिसे होलसेल व खुदरा बाजार में आसानी से बिक्री हेतु भेजा जा सकता है. 
  2. अमूमन आज कई सारे उत्पाद प्लास्टिक से बनाए जाते हैं, इन उत्पादों में से इच्छुक व्यवसायीय/उद्यमी को ऐसे product का चुनाव करना होगा जिसका प्रयोग आज लगभग सभी घरों में किया जाता है और product बनाने में लागत भी कम आती हो। जैसे- किचन, बाथरूम व किचन गार्डनिंग में प्रयोग होने वाले प्लास्टिक उत्पाद। ये ऐसे उत्पाद होते हैं, जिनकी मांग/डिमांड लगभग हमेशा बनी ही रहती है.
  3. Plastic Products Business के कारोबार को ऑनलाइन स्वम् की वेबसाइट या e-commerce वेबसाइटों के माध्यम से भी आसानी से कर सकते हैं, खुद की वेबसाइट डिजाइन बनाने या बनवाने का सालाना खर्च लगभग 10,000 से 25,000 तक आ सकता है।

मूल्य निर्धारण-

किसी भी नए उत्पाद को बाजार में बिक्री करने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाता है उसका मूल्य और यह बात सार्वभौम सत्य है. आज जिस तरह से मंहगाई बढ रही है, उसे ध्यान में रखते हुए आपके उत्पाद का मूल्य इतना होना चाहिए, जिसे समाज का हर वर्ग आसानी से खरीद सके.

इसलिए बाजार और मंहगाई को ध्यान में रखते हुए आप अपने उत्पाद का मूल्य बाजार में मौजूद अन्य उत्पादों की अपेक्षा कुछ कम ही रखें लेकिन उत्पाद की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें,

बेहतरीन गुणवत्ता के कारण आपका उत्पाद धीरे-धीरे मार्केट/बाजार में प्रसिद्ध होने लगेगा और जिससे आप अपने छोटे से कारोबार को बड़े स्तर पर विस्तारित कर सकते हैं। कम मूल्य पर उत्पाद बेचने की शुरुवात आपको अपने लोकल मार्केट से ही करनी चाहिए।

व्यापार के बिल व ब्यौरा तैयार करना-

अधिकतर नए व्यापारी नया व्यापार शुरू तो कर देते हैं लेकिन लागत के रूप में खर्चे गए पैसों का हिसाब सही ढंग से नहीं रखते, जो कि एक उभरते हुए व्यापारी के लिए अच्छी बात नहीं है. आज के इस डिजिटल ज़माने में अपने खर्चों को सूचीबद्ध करना बहुत ही आसान है. इसके लिए आज ढेरों software और application मौजूद हैं. 

यदि आप एक smart phone अपने पास रखते हैं तो Google play store पर billing और accounting से जुडी ढेरो application मौजूद हैं.

आप उनमें से किसी एक उपयोग कर सकते हैं. इन application में आप अपने तैयार समान के बिल बनाने से लेकर अपनी लागत का ब्यौरा भी सुरक्षित रख सकते है, और इससे आपको पता रहेगा कि आपने अपने बिजनेस में अब तक कुल कितनी लागत लगाई है और कितना मुनाफा कमाया.

अंत में-

हमारा उद्देश्य उन इच्छुक उम्मीदवारों, उद्यमियों और कारोबारियों को बेहतर से बेहतर जानकारी प्रदान करना है, जो plastic business को करने के इच्छुक हैं और इस व्यवसाय में अपना भविष्य में देख रहे हैं.

नोट- किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें. ऐसा करने से आपको व्यवसाय में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार में डिमांड के अनुरूप आप अपने products का निर्माण भी अच्छे से कर पाएंगे.

आशा है आपको इस लेख ‘प्लास्टिक उत्पाद निर्माण व्यवसाय’ कैसे शुरू करें से Plastic Products Manufacturing Business, कारोबार व उद्यम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जरूर मिली होगी, साथ ही… यदि कुछ छूट गया हो या कुछ पूछना चाहते हों तो कृपया comment box में जरूर लिखें. तब तक के लिए-

“शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए”

धन्यवाद!

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