Product Manufacturingघर बैठे शुरू करें ग्रो बैग्स (Grow Bags) बनाने का व्यवसाय |...

घर बैठे शुरू करें ग्रो बैग्स (Grow Bags) बनाने का व्यवसाय | Grow Bags Manufacturing Business in Hindi

Grow Bags Business कैसे शुरू करें (how to start grow bags manufacturing business), ग्रो बैग बिजनेस की संभावनाएं, कम लागत में व्यवसाय कैसे शुरू कर सकते हैं?, किचन गार्डनिंग के तहत ग्रो बैग बनाने की प्रक्रिया, व्यवसाय में कितनी लागत की आवश्यकता होगी? व ग्रो बैग निर्माण कारोबार में मुनाफा

Grow Bags Making Business: किचन गार्डनिंग अथवा टेरेस गार्डनिंग (Terrace Gardening) के तहत छोटे स्थानों पर फूलों, फलों और सब्जियों की बागवानी अथवा बगिया लगाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प बन कर उभरा है ग्रो बैग (Grow Bags). अमूमन पिछले समय में छत, बालकनी और किचन गार्डनिंग के तहत बागवानी करने के लिए गमलों का उपयोग किया जाता था, 

जिसमें रख-रखाव से सम्बंधित व गमलों की टूट-फूट जैसी कई समस्याए पेश आती थीं, साथ ही मिट्टी सीमेंट से बने गमले वजन में भारी होने के कारण छतों पर रखने से छत पर अतिरिक्त भार भी बढ़ जाता है.

ग्रो-बैग-निर्माण-व्यवसाय-Grow-Bags-Manufacturing-Business
ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय (Grow Bags Manufacturing Business)

इन सभी समस्याओं के समाधान स्वरूप व बदलते परिवेश के कारण गमलों के ज्यादा रख-रखाव को ध्यान में रखते हुए छोटे स्थानों पर बागवानी करने के लिए ग्रो बैग को विकसित किया गया है. ग्रो बैग्स की उपयोगिता को देखते हुए ग्रो बैग बनाने का व्यवसाय में कई सम्भावनाए स्पष्ट हो रही हैं. 

Table of Content

ग्रो बैग्स के उपयोग (uses of grow bags)-

आज मार्केट में कई तरह के ग्रो बैग (grow bags fabric) देखने को मिल जाते हैं. जैसे-

  1. Grow bags for Vegetables- जिसमें टमाटर, बैंगन, गोभी, आलू, उड़द, सोयाबीन, लम्बी बेल वाले पौधे, एलोवीरा, मौसमी फलों/फूलों, हल्दी, धनिया, पुदीना, चुकंदर व लगभग सभी तरह की सब्जियां उगाई जा सकती हैं.
  2. Grow bags for Fruit Plant- जिसमें नींबू, मोसम्मी, सेब, अनार, अमरुद, चीकू, पपीता व मौसमी फलों, के पौधे उगाए जा सकते हैं.
  3. Grow bags for Decorating/Flower Plant- जिसमें डेकोरेशन पौधों जैसे- गुलाब, गुड़हल, डेज़ी, हरसिंगार, आर्किया, अकेशिया और तमाम तरह से फूलों व हरियाली के पौधे उगाए जा सकते हैं.
  4. Grow bags for Vermi Compost Making- बालकनी, टेरेस व किचन गार्डनिंग करने वाले प्रत्येक बागवानी प्रेमी को अपने पौधों के लिए खाद आदि की प्राथमिक जरूरत तो होती ही है. grow bags में किचेन से निकलने वाले आर्गेनिक वेस्ट से उत्तम क्वालिटी की वर्मी कम्पोस्ट, लीफ कम्पोस्ट व केचुआ खाद आसानी से बनाई जा सकती है.

यदि आप व्यवसायिक तौर पर ग्रो बैग बनाने का व्यवसाय शुरू करना या grow bags manufacturers बनना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी मददगार जरूर साबित होगी. 

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय शुरू करने के लिए रॉ मटेरियल-

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय (Grow Bags Making Business) स्थापित करने अथवा ग्रो बैग बनाने के लिए आपको जिस कच्चे माल/रॉ मटेरियल (Plastic/fabric grow bag material) की जरूरत होती है वह इस प्रकार है-

  1. 150 से 200 GSM का HDPE तिरपाल (कीमत- 150 रूपए प्रति किलोग्राम से शुरू) 
  2. कपड़ा सिलाई धागा (कीमत- 5 से 15 रूपए प्रति रोल)

इच्छुक उद्यमी को ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय शुरू करने व सफल व्यवसाय के क्रियान्वयन के लिए केवल एक ही मशीन की आवश्यकता होती है.

नोट- घरेलू बागवानी के लिए प्रयोग में न ली जाने वाली प्लास्टिक बोरियों का भी इस्तेमाल ग्रो बैग्स की तरह किया जा जा सकता है.

ग्रो बैग्स व्यवसाय शुरू करने के लिए आवश्यक मशीनरी-

  1. सिलाई मशीन (कीमत- 4,200 रूपए प्रति पीस से शुरू)
  2. कैंची (कीमत- 50 रूपए प्रति पीस से शुरू)

ग्रो बैग्स बनाने की विधि (Grow Bags Making Process)-

ग्रो बैग बनाने की प्रक्रिया अथवा ग्रो बैग्स का निर्माण करना बहुत ही आसान है, यदि आप सिलाई मशीन से कपड़ा आदि सिलाना जानते हैं तो आप ग्रो बैग्स को आसानी से बना सकते हैं. व्यवसायिक तौर पर ग्रो बैग्स बनाने की विधि/प्रक्रिया को …. चरणों में पूरा किया जाता है-

प्रथम चरण-

सबसे पहले 150 से 200 GSM का HDPE तिरपाल पर वांछित डिज़ाइन के अनुसार नाप लेकर मार्किंग की जाती है, फिर इन मार्किंग को कैची की मदद से काट लिया जाता है.

दूसरा चरण-

निश्चित/निर्धारित माप की कटिंग कर लेने के बाद सिलाई मशीन की मदद से इन कटिंग को एक-दूसरे से जोड़कर आपस में सिल दिया जाता है. सिलाई करते समय ही ग्रो बैगों में पानी आदि की निकासी (water drainage) के लिए छेद भी अनिवार्य रूप से बना दिए जाते हैं.

सुझाव-

व्यवसायिक स्तर पर ग्रो बैगों की सिलाई कम से कम 03 अगल-बगल की पंक्तियों में की जाती है, जिससे बैग की मजबूती पुख्ता और टिकाऊ हो जाती है, जिससे साधारण ग्रो बैग की तुलना में 03 लाइनों की सिलाई के ग्रो बैग गुणवत्ता (grow bags quality) में बेहतर हो जाते हैं.

तीसरा चरण-

दूसरे चरण के पूरा होते ही उपयोग में लिए जाने को पूरी तरह से तैयार हो जाता है. इसके बाद सिलाई आदि सिरे को पलट कर अन्दर की ओर कर दिया जाता है. पलटने के बाद तैयार ग्रो बैग्स को रोल करके पैक कर दिया जाता है.

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय पर लागत (Grow Bags Business Cost)-

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय एक तहत ग्रो बैग बनाने में लागत (grow bag price) की अगर बात की जाए तो मटेरियल से लेकर मैनपावर तक साथ ही ग्रो बैग के वांछित/निर्धारित आकार पर अलग-अलग होती है. मसलन लागत पूरी तरह से निर्मित ग्रो बैग के प्रकार पर निर्भर करती है.

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय के तहत ग्रो बैग्स के प्रकार (Types of Grow Bags)-

छत पर या छोटे स्थानों पर बेहतर तरीके से फार्मिंग अथवा बागवानी करने के लिए कई तरह के ग्रो बैगों का निर्माण (grow bags making) किया जाता है. मूल रूप से पौधों को ध्यान में रखकर ही ग्रो बैग छोटे अथवा बड़े बनाए जाते हैं. 

वैसे ग्रो बैग का निर्माण कई आकारों में किया जाता है मूल रूप से उपभोक्ता या ग्राहकों की मान्ग के आधार पर निश्चित किया जाता है, आज बाज़ार में कई नाप के ग्रो बैग आसानी से मिल जाते हैं, आकार में विविधता इस कारण होती है क्योंकि grow bag filling मटेरियल अलग-अलग होता है.

यहां कुछ ग्रो बैगो के नाप व आकार बताए जा रहे हैं. जो प्रारम्भिक तौर पर ग्रो बैग का कारोबार शुरु करने के लिए आपके मददगार साबित जरूर होंगे.

छोटे आकार के ग्रो बैग (Small Size Grow Bags)-

अमूमन छोटे आकार के ग्रो बैग (small grow bags for plants) में उन पौधों को लगाया जाता है जो जमीन से 3-4 फुट सीधे ऊपर उठने वाले होते है. 

नाप (Measurement)-

छोटे साइज़ के ग्रो बैग 6X6 इंच से शुरू होकर आकार में गोल, आयताकार व वर्गाकार हो सकता है, यहां हम आपके साथ आयताकर आदर्श साइज़ ग्रो बैग की माप को साझा करेंगे. इसकी माप इस प्रकार है- लम्बाई X चौड़ाई X उंचाई = 15 X 11 X 7 (यह पैमाना इंच में है) आप अपनी इच्छानुसार इसकी लम्बाई व चौड़ाई को घटा-बढ़ा सकते हैं, लेकिन उंचाई पूरी तरह से निर्धारित होती है.

इसे भी पढ़े- भारत में तगड़े मुनाफे वाले कृषि व्यवसाय

वहीं यदि आप गोल आकृति (round shape) के ग्रो बैग बनाना चाहते हैं तो 6 इंच के व्यास (डायमीटर) वृत्त में 6 इंच उंची माप से आसानी से तैयार कर सकते हैं.

मध्यम आकार के ग्रो बैग (Medium Size Grow Bags)-

मध्यम आकार के ग्रो बैग में अमूमन उन पौधों को लगाया जाता है जो जमीन से 06-12 फुट तक सीधे ऊपर उठने वाले होते है. 

नाप (Measurement)-

यह बैग आकार में गोल, आयताकार व वर्गाकार हो सकता है, यहां हम आपके साथ मध्यम आकार के ग्रो बैग की माप को साझा करेंगे. इसकी माप इस प्रकार होती है- लम्बाई X चौड़ाई X उंचाई = 16 X 12 X 12 (यह पैमाना इंच में है) आप अपनी इच्छानुसार इसकी लम्बाई व चौड़ाई को घटा-बढ़ा सकते हैं, लेकिन उंचाई पूरी तरह से निर्धारित होती है.

वहीं यदि आप गोल आकृति के ग्रो बैग बनाना चाहते हैं तो 14 इंच के व्यास (डायमीटर) वृत्त में 12 इंच उंची माप से आसानी से तैयार कर सकते हैं.

बड़े आकार के ग्रो बैग (Large Size Grow Bags))-

बड़े आकार के ग्रो बैग में अमूमन उन पौधों को लगाया जाता है जो पेड़ बनने की श्रेणी में आ जाते हैं, साथ ही यह पौधे जमीन से 06-16 फुट तक ऊपर उठने वाले होते है. अमूमन 12 से 16 फुट उंचाई के पौधों को ग्रो बैग से बहार निकलना ही हितकर होता है. बड़े आकार के ग्रो बैग्स का उपयोग पौधे/पेड़ से फसल लेने के लिए किया जाता है. 

नाप (Measurement)-

यह बैग आकार में गोल, आयताकार व वर्गाकार हो सकता है, यहां हम आपके साथ आयताकर ग्रो बैग की माप को साझा करेंगे. इसकी माप इस प्रकार होती है- लम्बाई X चौड़ाई X उंचाई = 19 X 15 X 16 इंच. आप अपनी इच्छानुसार इसकी लम्बाई व चौड़ाई को घटा-बढ़ा सकते हैं, लेकिन उंचाई पूरी तरह से निर्धारित होती है.

वहीं यदि आप गोल आकृति के ग्रो बैग बनाना चाहते हैं तो 20 इंच के व्यास (डायमीटर) वृत्त में 16 इंच उंची माप से आसानी से तैयार कर सकते हैं. इसके अलावा आप XL, XXL साइज़ के ग्रो बैगो का निर्माण मार्केट अथवा ग्राहकों की डिमांड के अनुसार भी कर सकते हैं.

नोट- गोल आकार को छोड़कर बाकी सभी वर्गाकार व आयताकार ग्रो बैगों को इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है कि समय के साथ पौधे के बड़ा होने पर इसे PVC पाइप्स/क्षणों की मदद से आकार में बड़ा किया जा सके.

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय में मैनपावर की आवश्यकता (Required Manpower)-

छोटे स्तर पर ग्रो बैग के निर्माण के लिए अमूमन 02 से 03 कर्मचारियों या मैनपावर की आवश्यकता होती है। यह मैनपावर टेलर मास्टर, मार्केटिंग परसन व डिजाइनर आदि हो सकते हैं। बड़े स्तर पर प्रोडक्शन करने के लिए आप टेलर (सिलाईकर्ता) की संख्या बढ़ा सकते हैं.

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय की मार्केटिंग (Grow Bags Business Marketing)-

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय अथवा ग्रो बैग बनाने का कारोबार (grow bags making business) एक लिमिटेड मार्केटिंग के अंतर्गत आता है। अधिकतर इच्छुक और प्रोफ़ेसनल तरीके से छत, बालकनी व किचन गार्डनिंग करने वाले उम्मीदवार या उपभोक्ता ही ग्रो बैग के इस्तेमाल को प्रयोग में लेते हैं।

ग्रो बैग्स की मार्केटिंग (बेचने) के लिए सबसे अच्छी जगह पौधों की नर्सरियां आदि हो सकती हैं, जहां पर बागवानी के प्रेमियों का आना जाना होता रहता है. 

आकार में विविधता के कारण ग्रो बैग्स आसानी से बिक अथवा बेचे जाते हैं, देखा जाए तो ग्रो बैग्स ने छत, बालकनी व किचन गार्डनिंग करने वालों को अपनी बागवानी क्षमताओं (Gardening Skill) का विस्तार करने का मौका दिया है.

ग्रो बैग्स की awareness या मार्केटिंग के लिए आप अपने क्षेत्र की प्रत्येक पौध नर्सरी से बात करके वहां पर विज्ञापन जैसे- बैनर या पोस्टर में प्राथमिक तौर पर जरूर लगवा दें, साथ ही ग्रो बैग्स को (grow bag online) इंटरनेट पर भी आसानी से बेचा जा सकता है. आज कई नामी e-commerce वेबसाइटों पर ग्रो बैग्स (Grow Bags) आसानी से बेचे जा रहे हैं. 

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय में मुनाफा (Profit in Grow Bags Making Business)-

अगर बात की जाए ग्रो बैग के व्यवसाय से होने वाले मुनाफे या लाभ की, तो grow bags manufacturing business में कम लागत लगाकर अच्छा मुनाफा (low investment high profit) लिया अथवा कमाया जा सकता है. जहां 6X6 इंच साइज़ के 01 grow bags पर लागत 12 से 18 रूपए तक आती है,

जिसे थोक/होलसेल बाजार में कम से कम 20 से 26 रूपए प्रति पीस तक तथा खुदरा/रिटेल बाज़ार में 30 से 35 रूपए प्रति पीस की दर से आसानी विक्रय/sell किया जाता है. दी गई कीमतों के आधार पर ग्रो बैग व्यवसाय के मुनाफे (grow bags making business profits) को आप स्वयं आंकलित कीजिए. बड़े साइज़ के ग्रो बैग्स की कीमत लागत के अनुसार अलग-अलग तय की जाती है.

FAQ.

ग्रो बैग कैसे बनाएं या ग्रो बैग बनाने का तरीका क्या है?

व्यवसायिक तौर पर ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय स्थापित करने के लिए इच्छुक उद्यमी को प्रारंभिक सिलाई व नाप जोख करने का अभ्यास करना जरूरी होता है, इसके बाद उपभोक्ता के इच्छानुसार ग्रो बैग्स का निर्माण किया जाता है. विस्तृत जानकारी के लिए पूरा पोस्ट पढ़ें.

ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कैसे कमाया जा सकता है?

अमूमन ग्रो बैग बिजनेस से अच्छा मुनाफा कमाने के लिए पौध नर्सरियो जैसे स्थानों का चयन किया जाता है, इसके अलावा ग्रो बैग निर्माता कारोबारी नामी e-commerce वेबसाइटों पर खुदरा व होलसेल बिक्री कर उच्च स्तर का मुनाफा कमा सकते हैं.

अंत में-

ग्रो बैगों ने प्रोफ़ेसनल तरीके (Pro Gardening) से छत, बालकनी व किचन गार्डनिंग के क्षेत्र में क्रांति लाना शुरू कर दिया है, आज जिस तरह से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण जो पर्यावरण को क्षति पहुंची है उसकी भर पाई के लिए हमें ऐसे पौधों व पेड़ो का चुनाव करना चाहिए जो समय के साथ पर्यावरण को संतुलित करने और हमारी प्राथमिक जरूरतों जैसे- भोजन आदि भी बड़ी मात्रा में पैदा कर सके।

आशा है कि इस लेख ग्रो बैग निर्माण व्यवसाय से आपको ग्रो बैग बनाने का बिजनेस संबंधी समस्त जानकारी जरूर मिली होगी, इसके अतिरिक्त यदि कुछ छूट गया हो या कुछ पूछना/कहना चाहते हों तो कृपया Comment Box में लिखें, साथ इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ social media पर share करना न भूलें। आपका एक share शायद किसी जरूरतमंद को नई राह दिखा दे…. अभी तक इतना ही….

शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए.

धन्यवाद!

जय हिंद! जय भारत!

RELATED ARTICLES

2 टिप्पणी

  1. दिल्ली में कौन सी मार्किट है जहाँ से ग्रो बैग्स के लिए hdpe कपड़ा मिल सकता है?

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular