नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का व्यवसाय, non woven carry bag manufacturing business plan, Non Woven Bag raw material, कैरी बैगों के प्रकार व उपयोग, बैग बनाने के लिए मशीनरी, कैरी बैग्स पर छपाई, मैनपावर की आवश्यकता, व्यवसाय की मार्केटिंग, व्यवसाय की कुल लागत व मुनाफा
नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का व्यवसाय एक सदाबहार चलने वाला व्यवसाय है। इनका उपयोग पर्यावरण में प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य व प्लास्टिक कैरी बैग के विकल्प के रूप में किया गया है। वर्तमान में भारत के कई राज्यों ने प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।
जिस कारण अब बाजारों में प्लास्टिक कैरी बैगों (Plastic Carry Bags) की पूर्ती के लिए फैब्रिक आधारित NON Woven Carry Bags और Paper Carry Bags का निर्माण व उपयोग में बढ़ोत्तरी होती जा रही है।
नॉन-वोवन कैरी बैग का महत्व व व्यवसाय की संभावनाएं (Importance and business prospects of non-woven carry bags)-
गुणवत्ता के आधार पर भी नॉन-वोवन कैरी बैग, प्लास्टिक कैरी बैगों की तुलना में अधिक मजबूत, स्टाइलिश व टिकाऊ और बायो डिग्रेडेबल भी होते हैं।
उपयोगिता के दृष्टिगत किसी भी उद्यमी या कारोबारी के लिए नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का व्यवसाय शुरू करना एक लम्बे समय का उच्च लाभ/मुनाफा देने वाला कारोबारी विकल्प साबित हो सकता है।
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कैरी बैगों के प्रकार व उपयोग (Types of non woven Bags & uses)-
आमतौर पर आज बाजार में कई आकार और रंगों के फैब्रिक आधारित NON Woven Carry Bags देखने को मिल जाते है, जिनमें से मुख्य हैं-
- W-type Carry Bag
- C-type या D-Cut Carry Bag
- U-Cut Carry Bag
- Ribbon Handle Based Carry Bag और
आमतौर पर इन फैब्रिक आधारित NON Woven Carry Bags को शॉपिंग माल, शॉपिंग सेंटर, गिफ्ट स्टोर्स और कपड़ों के स्टोर आदि में महत्वपूर्ण रूप से उपयोग किया जाता है।
कैरी बैग बनाने के लिए रॉ मटेरियल (Raw Material)-
फैब्रिक आधारित NON Woven Carry Bags का निर्माण करने के लिए एक ही रॉ मटेरियल की आवश्यकता होती है, और वह फैब्रिक मतलब कपड़ा. यह फैब्रिक कपड़ा सामान्य कपड़े से थोड़ा अलग होता है. बाजार में इस फैब्रिक कपड़े के अलग-अलग लम्बाई व चौड़ाई के रोल आसानी से मिल जाते हैं और इसे किलोग्राम की मात्रा में ख़रीदा जाता है.
हमारे द्वारा किये गए सर्वे के आधार पर पाया गया कि फैब्रिक आधारित NON Woven Carry Bags के निर्माण में उपयोग में लिया जाने वाले अच्छे रॉ मटेरियल की कीमत 100 रूपए प्रति किलोग्राम से शुरू हो जाती है. साथ ही गुणवत्ता के आधार पर इस कीमत में थोड़ा-बहुत उतार-चढ़ाव भी संभव है.
कैरी बैग बनाने के लिए मशीनरी (Machinery for making non woven carry bags)-
नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए छोटे स्तर पर …. मशीनरी की जरूरत होती है, यह मशीने सेमी ऑटोमेटिक होती हैं. यह मशीने हैं-
- फैब्रिक सीलिंग मशीन (कीमत- 85,000 रूपए से शुरू)
- फैब्रिक हैंडिल कट डाई मशीन (कीमत- 75,000 रूपए से शुरू)
छोटे स्तर पर कैरी बैग बनाने के लिए मात्र 02 मशीनों की ही जरूरत होती है, साथ ही यहां आपको शारीरिक मेहनत अच्छी खासी लगेगी.
नोट- बताई गई मशीनों की कीमतें किये गए सर्वे के आधार पर हैं, बाजार में उतार-चढ़ाव होने के कारण कीमतों में बदलाव संभव है.
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वहीं यदि आप NON Woven Carry Bags का निर्माण बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो यहां आपको fully ऑटोमेटिक मशीनों की आवश्यकता होगी.
- Fabric Roller Holding
- Fabric Stretching Machine
- Fabric Folding Machine
- Fabric Sealing Machine
- Fabric Handle Dye Cut Machine
नोट-
- इस पूरे ऑटोमेटिक setup की कीमत कम से कम 11 लाख रूपए से शुरू हो जाती है.
- निवेश करने से पहले व्यवसाय को अच्छे समझ, परख व सीख लें, इसके लिए आप सम्बंधित व्यवसायी जो अपना प्लांट अच्छे से चला रहा हो, से संपर्क जरूर करें और इस व्यवसाय में आने वाली समस्याओं को उनसे समाधान जानने की कोशिश जरूर करते रहें.
मशीनरी कहां से खरीदें (Where to buy machinery)-
उपरोक्त मशीनरी को आप अपने लोकल मार्केट से ले सकते हैं यदि लोकल बाजार में यह मशीने नहीं मिल पा रही हैं तो इस आप ऑनलाइन भी नीचे दी गई वेबसाइटस से खरीद सकते हैं-
- dir.indiamart.com
- alibaba.com या फिर
- आप जिसे जानते हैं वहाँ से ऑर्डर दे सकते हैं.
कैरी बैग बनाने के लिए प्रशिक्षण (Carry bag making training)-
NON Woven Carry Bags का निर्माण करने के लिए आपको प्रशिक्षण वहीं से मिल जाएगा, जहां से आप कैरी बैग बनाने की मशीनों की खरीद करेंगे, और वैसे भी मशीन से बनने वाले कैरी बैगों को बनाना कोई रोकेट साइंस नहीं है.
कैरी बैग बनाने की विधि (Carry bags making process)-
छोटे स्तर पर NON Woven Carry Bags का निर्माण …. चरणों में किया जाता है-
प्रथम चरण (First step)-
सबसे पहली शुरुआत फैब्रिक के रोल से वांछित साइज़ के बैगों को काटने से की जाती है, काटने के लिए कैंची आदि का उपयोग किया जा सकता है. इसके बाद इच्छानुसार मोड़ा या फोल्ड किया जाता है.
दूसरा चरण (Second step)–
प्रथम चरण के बाद कटे व इच्छानुसार मोड़े गए बैगों को फैब्रिक सीलिंग मशीन से किनारों से सील किया जाता है. यहां कैरी बैगों को ध्यान देकर अच्छे से सील करना अनिवार्य है.
तीसरा चरण (Third step)-
कैरी बैगों के सील हो जाने के बाद इन बैगों को फैब्रिक हैंडिल कट डाई मशीन से वांछित (W-type, C-type या D-Cut अथवा U-Cut) डाई लगाकर काट लिया जाता है. बैगों के कट जाने के बाद प्राप्त उत्पाद ही पूरी तरह से तैयार कैरी बैग होता है, इसके बाद यदि आवश्यकतानुसार इस पर छपाई आदि कर अथवा करवा सकते हैं.
वहीं बड़े स्तर पर NON Woven Carry Bags को बनाने का काम पूरी तरह से ऑटोमेटिक मशीनों से किया जाता है.
- सबसे पहले फैब्रिक के रोल को Fabric Roller Holding cylinder पर फिक्स किया जाता है.
- इसके बाद फैब्रिक में सिलवटे आदि पड़ने से रोकने के लिए फैब्रिक को ताना/स्ट्रेच Fabric Stretching Machine से किया जाता है.
- स्ट्रेच हो जाने के बाद अगले स्तर पर फैब्रिक को थैलों/Bags के वांछित आकार के साइज़ पर Fabric Folding Machine की मदद से मोड़ा अथवा फोल्ड किया जाता है. यह सब काम पूरी तरह से ऑटोमेटिक तरीके से होता है, क्योंकि बैग बनाने की सारी प्रोग्रामिंग मशीनों में पहले ही की जाती है, साथ ही आप इसमें फेर बदल कर अपनी इच्छानुसार किसी भी तरह का कैरी बैग बना सकते हैं.
- फोल्ड हो जाने के बाद फैब्रिक को Fabric Sealing Machine की मदद से थैलों के निर्धारित आकार में सील किया जाता है, यहां पर Fabric Sealing Machine थैलों को सील करने के साथ-साथ मेन फैब्रिक रोल से थैलों को काट कर अलग भी कर देती है.
- इसके बाद सबसे अंतिम में मेन रोल से कट चुके थैलों को आवश्यकतानुसार या इच्छानुसार Fabric Handle Dye Cut Machine में (W-type, C-type या D-Cut अथवा U-Cut) डाई लगाकर काट लिया जाता है. बैगों के कट जाने के बाद प्राप्त उत्पाद ही पूरी तरह से तैयार कैरी बैग होता है, इसके बाद यदि आवश्यकतानुसार इस पर छपाई आदि कर अथवा करवा सकते हैं.
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कैरी बैग्स पर छपाई (Printing on carry bags)-
अमूमन बाजार में सामान्य तौर पर सादे या बिना प्रिन्ट के कैरी बैग देखने को अधिक संख्या में मिलते हैं. लेकिन मार्केटिंग के लिहाज से कैरी बैगों पर ब्रांड आदि नाम की छपाई करना एक सकारात्मक प्रभाव डालता है. एक मैनुफैक्चर के रूप में आप अपने खरीददारों को इसका महत्व जरूर समझाएं.
नोट– कैरी बैगों पर छपाई का विकल्प पूरी तरह से वैकल्पिक है. (घर से शुरू करें नेल पॉलिश बिजनेस)
कैरी बैग बनाने में मैनपावर की आवश्यकता (Required manpower)-
छोटे स्तर पर नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का कारोबार या व्यवसाय शुरू करने के लिए कम से कम 03 मैनपावर/कर्मियों की आवश्यकता होती है। ये मैनपावर मार्केटर, कुशल श्रमिक व सफ़ाई कर्मी आदि हो सकते हैं.
वही यदि आप बड़े स्तर पर फ़ैब्रिक बेस्ड कैरी बैग (Fabric Based Carry Bags) बनाने का कारोबार या सफल व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो बड़े स्तर पर आपको कम से 03 से 07 मैनपावर या कर्मियों की आवश्यकता होगी. ये कर्मी मैनेजर, अकाउंटेन्ट, मशीन मेन्टेनसकर्ता, मार्केटर, कुशल श्रमिक व सफ़ाई कर्मी आदि हो सकते हैं.
कैरी बैग व्यवसाय के लिए आवश्यक स्थान (Required Place)-
छोटे स्तर पर फ़ैब्रिक बेस्ड कैरी बैग बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए कम से कम 500 sqft. area की आवश्यकता होती है, जहां सभी जरूरी मशीनो को install कर NON Woven कैरी बैग्स बनाने का कारोबार आसानी से शुरू किया जा सकता है।
वही बड़े स्तर पर NON Woven carry bags manufacturing unit plant स्थापित करने के लिए कम से कम 1500 से 2000 sqft. स्थान की आवश्यकता होती है। साथ ही आपको ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जो बाज़ार/मार्केट के आस-पास का क्षेत्र हो, जहां वाहनों का आना-जाना (आवागमन) सुगमता से होता हो, यह स्थान अगर किसी कमर्शियल क्षेत्र के अंतर्गत आता हो तो सबसे उत्तम है।
व्यवसाय का पंजीकरण (Business Registration)-
कोई भी व्यवसाय या कारोबार शुरू करने से पहले एक उद्यमी को अपने व्यवसाय या कारोबार की कम्पनी या फर्म का पंजीकरण कराना अनिवार्य है, क्योंकि किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए पहला मानक पंजीकरण या रजिस्ट्रेशन लेना होता है.
छोटे व बड़े दोनों स्तरों पर NON Woven Carry Bags Manufacturing Unit स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए मानक प्रमाण पत्रों से पंजीकृत कराना अनिवार्य है। यह पंजीकरण हैं-
- MSME Registration (उद्यम आधार पंजीकरण)
- Factory License (फैक्ट्री पंजीकरण)
- GST No. (जीएसटी न०)
- NOC Certificate from Pollution Department & Fire Control Board (अनापत्ति प्रमाणन)
- ट्रेड लाइसेंस
व्यवसाय की कुल लागत (Total business cost)-
यदि आप फैब्रिक से बने NON Woven कैरी बैग बनाने का कारोबार या व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इस व्यवसाय के पूरे automatic setup में कम से कम लगभग 11 से 20 लाख रुपए (GST अलग से) की पूंजी का निवेश करना होगा। यह निवेश मशीनों, स्थान, कच्चे माल की क्रय दर के अलावा मैनपावर के चयन पर घट अथवा बढ़ भी सकता है।
वहीँ छोटे स्तर पर यह न्यूनतम लागत कम से कम 05 लाख रूपए मशीन व 1.25 लाख रूपए अतिरिक्त अन्य सामानों को खरीदने के लिए आवश्यकता होगी. छोटे स्तर पर निवेश की यह दर भी स्थान चुनाव, कच्चे माल की क्रय दर के अलावा मैनपावर के चयन पर घट अथवा बढ़ भी सकती है।
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व्यवसाय के लिए लोन (Loan for business)-
लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने मेक इन इण्डिया के तहत प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMEGP), कौशल विकास योजना आदि के माध्यम आपको आसानी से ऋण/लोन मिल सकता है. इसके लिए आपको अपनी कंपनी या फर्म के पंजीकरण संख्या से सरकारी योजनाओं के तहत आवेदन करना होगा.
सरकारी योजनाओं के तहत लघु उद्योग हेतु ऋण/लोन प्राप्त करने के लिए अपने क्षेत्र की सरकारी बैंक की शाखा से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
बिजनेस इंश्योरेंस के बारे विस्तार से जाने.
कैरी बैग व्यवसाय की मार्केटिंग (Marketing for carry bag business)-
फ़ैब्रिक बेस्ड नॉन-वोवन कैरी बैग के व्यवसाय में कोई खास मार्केटिंग की जरूरत नहीं होती, क्योंकि यह एक ऐसा उत्पाद है, जिसका उपयोग आज लगभग प्रत्येक व्यक्ति द्वारा रोजमर्रा की चीजों को लाने व ले जाने के रूप में किया जाता है.
लेकिन फिर भी प्रारंभिक तौर या शुरुआती स्तर पर आप अपने क्षेत्र के खुदरा दुकानों जैसे- कपड़ों के कारोबारी, ग्रोसरी स्टोर, सब्जी व फल की दुकानों तथा कॉस्मेटिक आदि के दुकानदारों से बात करके अपने उत्पाद की जानकारी अनिवार्य रूप से जरूर दें. साथ ही विक्रय दर का विशेष ध्यान रखें.
कैरी बैग व्यवसाय में मुनाफा (Profits in carry bags business)-
सामान्य तौर पर फ़ैब्रिक बेस्ड नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का व्यवसाय में रॉ मटेरियल या कच्चे माल को 90 से 150 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाता है। जिसे मशीनों द्वारा Process से गुजार कर तैयार उत्पाद को 120 से 210 रुपए प्रति किलो की दर से अन्य को आसानी बेचा अथवा विक्रय किया जाता है। जहां मुनाफा 30 से 70 रुपए प्रति किलो तक लिया या कमाया जा सकता है।
मोटे तौर पर तैयार रुपए 10 लाख के उत्पाद/माल की बिक्री पर सभी कटौतियों- कर्मचारी वेतन, बिजली बिल व रॉ मटेरियल आदि को निपटाकर लगभग 01 से 1.25 लाख रुपए का मुनाफा प्रति माह लिया जा सकता है। यह मुनाफा आपके व्यवसाय कार्य क्षमता आधार पर बढ़ अथवा घट सकता है।
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FAQ.
क्या कैरी बैग को पार्टनरशिप में शुरू किया जा सकता है?
जी हां! इच्छुक उद्यमी अथवा व्यवसायीय कैरी बैग बनाने के व्यवसाय को साझेदारी के साथ भी आसानी से शुरू कर सकता है.
क्या कैरी बैग के व्यवसाय को रिहाइसी क्षेत्रों में स्थापित किया जा सकता है?
कैरी बैग के व्यवसाय को इच्छुक उद्यमी/व्यवसायीय किसी भी स्थान पर स्थापित कर सकता है. बशर्ते रिहायसी क्षेत्रों में रहने वाली आम जनता को कोई दिक्कत न हो.
अंत में-
आज जैसे-जैसे हमारा समाज स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रहा वैसे-वैसे फ़ैब्रिक बेस्ड नॉन-वोवन कैरी बैग की उपयोगिता और NON Woven Carry Bags Manufacturing के कारोबार में नई संभावनाएं पैदा होती जा रही है। जिसके चलते NON Woven Carry Bags बनाने का व्यवसाय लगाना एक फायदेमंद विकल्प साबित हो सकता है।
नोट- किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें ऐसा करने से आपको व्यवसाय में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार में डिमांड के अनुरूप आप अपने products का निर्माण भी अच्छे से कर पाएंगे.
आशा है आपको इस लेख ‘कैसे शुरू करें नॉन-वोवन कैरी बैग बनाने का व्यवसाय’ से कैरी बैग बनाने के व्यवसाय व कारोबार के बारे में पूरी जानकारी जरूर मिली होगी, साथ ही… यदि कुछ छूट गया हो या कुछ पूछना चाहते हों तो कृपया comment box में जरूर लिखें. तब तक के लिए-
“शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए.”
धन्यवाद!
जय हिंद! जय भारत!