Product Manufacturingगोबर पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस | Cow Dung Panchgavya Soap Making Business

गोबर पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस | Cow Dung Panchgavya Soap Making Business

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पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस (Panchgavya Soap Making Business): बढती महामारियों के दौर में आज हर कोई चाहता है केमिकल रहित उत्पादों को उपयोग करना, जो किफायती दरों पर बाजार में उपलब्ध हों और उच्च गुणवत्ता के हों. ऐसा ही एक उत्पाद है प्राकृतिक नहाने का साबुन (Organic Bath Soap), जिसे अमूमन पंचगव्य साबुन के नाम से भी जाना जाता है.

केमिकल युक्त बहुत से नहाने के साबुन मौजूदा बाजार में आसानी से देखने को मिल जाते हैं. इन केमिकल युक्त साबुनों में कई नामी ब्रांड के साबुन भी आते हैं. हालाँकि बाजार में कई प्राकृतिक नहाने का साबुन भी देखने को मिलते हैं लेकिन मूल्य में ज्यादा होने के कारण अधिकतर उपभोक्ता इन साबुनों का मूल्य वहन करने से कतराते हैं.

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लेकिन क्या आपको पता है कि कम मूल्य (किफायती दरों) पर प्राकृतिक नहाने के पंचगव्य साबुन का निर्माण गाय के गोबर से भी किया जा सकता है? अगर नहीं! तो जान लीजिए यह बिल्कुल संभव है. असल में नहाने का प्राकृतिक पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस एक ऐसा business startup हैं जो निकट भविष्य में उच्चतम शिखर पर जाने वाला है.

ऐसा इसलिए क्योंकि आज जिस तरह से महामारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है, जिस कारण मंहगाई दर का बढ़ना भी स्वभाविक है. ऐसे में उपभोक्ता ऐसे उत्पाद की तलास में रहते हैं जो उच्च गुणवत्ता का हो साथ ही किफायती दरों पर बाजार में आसानी से मिल जाता हो.

पंचगव्य साबुन के फायदे-

पंचगव्य साबुन एक प्राकृतिक साबुन है जो पंचगव्य (गौमूत्र, गोमय, गोमूत्र, दही, देशी घी, शहद) के प्रमुख उपादानों से बनाया जाता है। यह परंपरागत रूप से भारतीय घरेलू उपचार में उपयोग होता है और आयुर्वेदिक औषधियों का एक अहम हिस्सा है। पंचगव्य साबुन के प्रमुख फायदे नीचे दिए गए हैं-

  1. त्वचा की साफ़-सुथरी: पंचगव्य साबुन में पाए जाने वाले प्राकृतिक घटकों के कारण, यह त्वचा को साफ़, मुलायम और चमकदार बनाने में मदद कर सकता है।
  2. जीवाणुओं के खिलाफ लड़ाई: गौमूत्र और गोमय में प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा की सुरक्षा में मदद कर सकते हैं। साथ ही इसे घमौरी हटाने का साबुन भी कहा जा सकता है।
  3. त्वचा टीशु की रक्षा: देशी घी और शहद के उपयोग से, पंचगव्य साबुन त्वचा के टीशुओं को पोषण प्रदान करता है और उन्हें मुलायम बनाए रखने में मदद करता है।
  4. प्राकृतिक उपचार: पंचगव्य साबुन विभिन्न त्वचा संबंधित समस्याओं का इलाज करने में मदद कर सकता है, जैसे कि दाद, खुजली और त्वचा के अन्य संक्रमण आदि। इसके साथ इसका उपयोग त्वचा जन्य रोग जैसे- सोरायसिस के लिए, पसीने की बदबू दूर करने, झाइयों के लिए, चेहरा साफ करने, पूरे शरीर को गोरा करने, पिंपल हटाने व रूखी त्वचा से मुक्ति आदि गंभीर समस्या निवारण के लिए भी किया जाता है।

पंचगव्य साबुन का उपयोग करने से पहले, आपको ध्यान देना चाहिए कि यह साबुन आपकी त्वचा के लिए संवेदनशील हो सकता है, इसलिए पहले एक छोटी सी क्षमता टेस्ट करें। इसके अलावा, यह सभी घटक प्राकृतिक होते हैं, लेकिन यदि आपकी त्वचा पर किसी भी प्रकार की एलर्जी है, तो आपको इसका उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर लेना चाहिए।

प्राकृतिक पंचगव्य साबुन गाय के गोबर से बना एक ऐसा उत्पाद है, जिसका बिजनेस शुरू करना, नए उद्यमियों/व्यवसायियों के लिए बड़े मुनाफे का विकल्प साबित हो सकता है. तो अब प्रश्न उठता है कि गाय के गोबर से प्राकृतिक पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस स्थापित करने के लिए इच्छुक उद्यमी/व्यवसायीय को किन-किन चीजों व घटकों की आवश्यकता होगी?

पंचगव्य साबुन निर्माण व्यवसाय में लिया जाने वाला कच्चा माल –

पंचगव्य साबुन अथवा गोबर आधारित प्राकृतिक पंचगव्य साबुन का निर्माण करने के लिए इच्छुक उद्यमी/व्यवसायीय को नीचे बताये गई सामग्री/रॉ मटेरियल व आवश्यक उपकरणों की आवश्यकता होती है-

  1. देशी गाय का गोबर (रिफाइन किया हुआ)- 40 से 50 ग्राम
  2. देशी गाय का गौमूत्र अर्क (रिफाइन किया हुआ)- 05 ml
  3. मुल्तानी मिट्टी- 01 किलोग्राम
  4. गेरू मिट्टी– 200 से 220 ग्राम
  5. चने का बेसन/आटा– 90 से 110 ग्राम
  6. हल्दी पाउडर- 8 से 10 ग्राम
  7. गुलाब फूल का चूरा- 7 से 10 ग्राम
  8. एलोवीरा पाउडर/जैल- 50/100 ग्राम
  9. गुलाब जल- 50 से 100 ml
  10. नीम का तेल- 05 ml
  11. शुद्ध पानी- 01 से 1.5 लीटर

नोट- उपरोक्त विधि में सामग्री को कितनी मात्रा में लेना है व साबुन बनाने का फार्मूला (sabun ka formula) भी बताया गया है.

आवश्यक उपकरण-

  1. साबुन आकार देने या बनाने का सांचा/डाई
  2. मिश्रण तैयार करने के लिए पात्र (तसला/टब)
  3. साबुन सुखाने के लिए ट्रे/पात्र
  4. ब्रांड नाम छापने के लिए स्टैम्प

इन सब घटकों को इकठ्ठा कर लेने के बाद भी एक उद्यमी के रूप में आपके दिमाग में एक सामान्य प्रश्न- “आखिर गाय के गोबर से साबुन कैसे बनाएं?का आना स्वभाविक है. तो चलिए इस समस्या का समाधान किया जाए-

गोबर से पंचगव्य साबुन बनाने की विधि-

गोबर से प्राकृतिक पंचगव्य साबुन बनाने की विधि को … चरणों में पूरा किया जाता है-

  1. सबसे पहले जितने भी ठोस सामग्री है उसे बारीक चूर्ण में बदलना प्राथमिक चरण है.
  2. इसके बाद साबुन मिश्रण तैयार करने के लिए सबसे पहले बताई गई मात्रा के अनुसार मुल्तानी मिट्टी को पात्र में डालना है.
  3. इसके बाद क्रमशः गेरू मिट्टी, बेसन, हल्दी पाउडर, गुलाब का चूरा, देशी गाय का गोबर आदि को पात्र में डालकर आपस में मिलाना होता है.
  4. इसके बाद तरल सामग्री तैयार करने के लिए एक पात्र में निर्धारित मात्रा में पानी लेना है और इसमें नीम का तेल, एलोवीरा (जैल/पाउडर) व गौमूत्र अर्क को आपस में अच्छे से मिलाकर तैयार करना होता है.
  5. इसके बाद ठोस सामग्री में धीरे-धीरे तरल सामग्री डालते हुए दोनों सामग्रियों का मिश्रण तैयार करना होता है.
  6. मिश्रण तैयार हो जाने के बाद मिश्रण को वांछित आकार के साबुन में ढाल दिया जाता है. आकार में ढल जाने के बाद ब्रांड नाम आदि की छाप लगाई जाती है.
  7. छाप लग जाने के बाद एक ट्रे में रखकर सूखने के लिए किसी छायादार स्थान पर कम से कम 24 से 30 घंटों के लिए रख दिया जाता है.
  8. सूखकर ठोस हो जाने के बाद प्राप्त प्राकृतिक साबुन उपयोग में लिए जाने को तैयार हो जाता है. जिसे बाजार में बिक्री के लिए भेजा जा सकता है.

नोट- उपरोक्त सामग्री व विधि के आलावा प्राकृतिक नहाने के पंचगव्य साबुन का निर्माण अन्य विधि व प्रक्रिया से भी किया जा सकता है.

आवश्यक स्थान-

गोबर उत्पाद निर्माण व्यवसाय के तहत प्राकृतिक नहाने का पंचगव्य साबुन निर्माण व्यवसाय छोटे स्तर पर सुचारू रूप से स्थापित व संचालित करने के लिए कम से कम 300 से 700 sqft स्थान/जगह की आवश्यकता होती है.

वहीं यदि आप पंचगव्य साबुन बनाने की फैक्टी को बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो बड़े स्तर पर कम से कम 1,000 से 1,500 sqft स्थान की जरूरी होगी.

दोनों ही स्तरों पर गोबर आधारित पंचगव्य साबुन बनाने की फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आपको चयनित स्थान पर आवश्यक उपकरणों, कच्चा व तैयार माल के स्थानों का निर्धारण करना जरूरी है क्योंकि व्यवसायिक तौर पर प्राकृतिक नहाने का साबुन निर्माण बड़े स्तर होने के अलावा ग्राहक की इच्छा पर भी किया जाता है.

व्यवसायिक तौर प्राकृतिक पंचगव्य साबुननिर्माण व्यवसाय/उद्यम को स्थापित करने के लिए ऐसे स्थान का चयन किया जाता है, जो किसी कमर्शियल क्षेत्र के अंतर्गत आता हो. साथ जहां पर वाहनों के आवागमन की सुचारू व्यवस्था हो.

मैनपावर की आवश्यकता (Required Manpower)-

प्राकृतिक पंचगव्य साबुन बनाने के उद्यम/व्यवसाय का सफल संचालन करने के लिए कम से कम 05 से 12 कुशल कर्मियों की आवश्यकता होती है. ये कर्मचारी प्रशिक्षित लेबर, मैनेजर, कुशल लेबर, अकाउंटेंट, मार्केटर व सफाई कर्मी आदि हो सकते हैं.

पंजीकरण-

व्यवसायिक स्तर पर गोबर आधरित उत्पादों को बनाने और बाजार में बिक्री करने के लिए Gobar Products Manufacturing Business का पंजीकरण कराना अनिवार्य है. व्यवसाय का पंजीकरण कराने से सरकार द्वारा व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन व सब्सिडी जैसी सुविधा भी सुलभ हो जाती है.

गोबर आधारित उत्पाद निर्माण व्यवसाय शुरू करने के लिए नीचे बताए गए प्रमाणों से प्रमाणन कराना होता है-

  1. ROC
  2. MSME (उद्यम पंजीकरण)
  3. GST No (टैक्स पंजीकरण)
  4. Trade व Trademark license
  5. NOC (No Objection Certificate) प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र

पैकिंग तैयार करना-

पञ्चगव्य/पंचगव्य साबुन के तैयार हो जाने के बाद बारी आती है पैकिंग की. एक शानदार और सुन्दर साबुन की पैकिंग किसी भी ग्राहक को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है साथ ही यदि आपका उत्पाद उच्च गुणवत्ता का है तो जल्द ही मार्केट/बाज़ार में छा भी सकता है. किसी भी Product की पैकिंग उसके ब्रांड वैल्यू को बनाने और बढ़ाने का काम करती है.

पैकिंग की डिजाइन के लिए किसी जानकार ग्राफिक्स डिजाइनर की सहायता जरूर लें. साथ ही उत्पाद बनाने में उपयोग किए गए घटकों का उल्लेख उत्पाद की पैकेजिंग पर अनिवार्य रूप से करें.

पञ्चगव्य साबुन की पैकिंग बनवाने के लिए आप सबसे पहले अपने क्षेत्रीय प्रिंटर्स/मुद्रक से संपर्क करें, यदि आपके क्षेत्र में प्रिंटिंग आदि का काम नहीं होता है तो पैकिंग बनवाने के लिए आप इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटो की मदद ले सकते/सकती है.

अमूमन गोबर से बने पंचगव्य साबुन पैकिंग का काम हाथों से ही किया जाता है. मैनुअल पैकिंग के कारण यहाँ रोजगार भी सृजित होते है.

सुझाव-

पंचगव्य साबुन बिजनेस की शुरुवात आप छोटे/कम ग्राम जैसे- 100 ग्राम से 500 ग्राम से ही शुरू करें. ऐसा करने से आपकी मार्केट समझ बढ़ेगी साथ ही आपको यह भी पता चलेगा कि आपके Product की बाजार में खपत किस स्तर पर हो रही है, खपत का आंकलन कर आप बाजार में अपने प्रोडक्ट से सम्बंधित अन्य उत्पाद भी उतार सकते/सकती हैं.

पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस की मार्केटिंग-

लोग हमेशा बाजार में मौजूद सबसे अनोखे उत्पादों को उपयोग करने की कोशिश करते हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह उत्पाद कितना फायदेमंद है. शुरूआती स्तर पर पंचगव्य साबुन की मार्केटिंग व विक्रय के लिए आप अपने स्थानीय सौंदर्य और स्वास्थ्य दुकानों से संपर्क करें. आप एक बैनर या पोस्टर डिज़ाइन करवाए जिसमें अपने उत्पाद की खूबियों/गुणों  का अच्छे से उल्लेख किया गया हो.

आप जिसके पास अपना उत्पाद विक्रय के लिए भेजे या दें उसे इस  बैनर या पोस्टर को जरूर दें साथ ही उनसे इसे अपनी दुकान, स्थान या स्टोर पर प्राथमिकता पर लगाने के आग्रह करें. ऐसा करने से एक तरफ आप अपनी कंपनी या संस्था का भी प्रचार होगा और दूसरी तरफ से आपके उत्पाद की मार्केटिंग तो होगी ही होगी.

ज्यों-ज्यों जन सामान्य में बैनर या पोस्टर पर छपी साबुन की खूबियों/गुणों की जानकारी बढ़ेगी, त्यों-त्यों आपके उत्पाद की बिक्री होने और खपत बढ़ने की सम्भावना बढती जाएगी. बहुत ही साधरण परन्तु कारगर तकनीक है. आप इसे बेझिझक आजमा व अपना सकते हैं.

इसके साथ ही सोशल मीडिया फोटो मार्केटिंग को प्राथमिकता पर उपयोग करें, आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे. फेसबुक के अनुसार, फ़ोटो और चित्रों को टेक्स्ट प्रमोशन की तुलना में अधिक जुड़ाव मिलता है. आप अपने साबुन को बाजार में लाने और प्रभावी ब्रांड वैल्यू बनाने के लिए Pinterest और Instagram जैसे चित्र-चालित प्लेटफार्मों का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करना एक कारगर युक्ति है.

मूल्य निर्धारण-

किसी भी नए उत्पाद को बाजार में बिक्री करने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाता है उसका मूल्य और यह बात सार्वभौम सत्य है. आज जिस तरह से मंहगाई बढ रही है, उसे ध्यान में रखते हुए आपके उत्पाद का मूल्य इतना होना चाहिए, जिसे समाज का हर वर्ग आसानी से खरीद सके.

इसलिए बाजार और मंहगाई को देखते हुए आप अपने उत्पाद का मूल्य बाजार में मौजूद अन्य उत्पादों की अपेक्षा कुछ कम ही रखें लेकिन उत्पाद की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें, बेहतरीन गुणवत्ता के कारण आपका उत्पाद धीरे-धीरे मार्केट/बाजार में प्रसिद्ध होने लगेगा और जिससे आप अपने कारोबार को छोटे से बड़े स्तर पर विस्तारित कर सकते हैं. कम मूल्य पर उत्पाद बेचने की शुरुवात आपको अपने लोकल मार्केट से ही करनी चाहिए.

लोन-

भारत सरकार की वेस्ट टू वेल्थ (Waste to Wealth) योजना के तहत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), मुद्रा लोनकौशल विकास योजना के अंतर्गत इच्छुक उद्यमी को वांछित व्यवसाय की कुल लागत पर लगभग 35% तक की सब्सिडी/अनुदान मिल सकता है.

सब्सिडी/अनुदान का लाभ लेने के लिए इच्छुक उद्यमी को अपने व्यवसाय का पंजीकरण सूक्ष्म, मध्यम व लधु उद्योग (MSME) के तहत करना अनिवार्य है. पंजीकरण करा लेने के बाद MSME वांछित व्यवसाय का ब्यौरा बैंक को भेज देगा. जहां सब्सिडी की रकम बैंक से लोन मंजूर/अनुमोदित होने के बाद 05 से 07 कार्य दिवसों में उसी बैंक में जमा कर दी जाती है.

लागत-

प्राकृतिक नहाने का साबुन/पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस/उद्यम स्थापित करने के लिए छोटे से मध्यम स्तर पर कम से कम 20,000 से 1.50 लाख रुपये लागत धनराशी की आवश्यकता होती है. जिसमें रॉ मटेरियल, आवश्यक उपकरण व स्थान पर बिजली कनेक्शन का खर्च आदि शामिल है.

वहीं यदि आप बड़े स्तर पर पंचगव्य साबुन निर्माण व्यवसाय/फैक्ट्री स्थापित करने का चयन करते हैं तो बड़े स्तर पर किराये की जगह, रॉ मटेरियल, आवश्यक उपकरण व बिजली कनेक्शन आदि खर्च सहित निवेश की जाने वाली लागत लगभग 3.5 लाख से 07 लाख धनराशी की आवश्यकता होती है.

मुनाफा-

अब बात करते है मुनाफे या लाभ की, जो हर एक व्यवसायी, व्यापारी और कारोबारी को सबसे उच्च स्तर का प्राप्त करने की अभिलाषा होती है, मौलिक तौर पर मुनाफा शब्द एक ऐसा शब्द है जो हर किसी को एक नई प्रेरणा देता है. 

कोरोना काल ने साबुन और स्वच्छता से जुड़े व्यवसायियों के लिए कई लाभ सम्भावनाओं को पैदा किया है. अमूमन अच्छी गुणवत्ता के पंचगव्य साबुन पर पैकिंग सहित लागत प्रति 100 ग्राम के पीस पर लगभग 15 से 25 रुपए तक आती है जिसे खुदरा मार्केट में 25 से 40 रुपए प्रति पीस की दर से बेचा जाता है.

जहां आपका मुनाफा या लाभ 10 से 15 रूपए प्रति पीस के हिसाब से होता है. जैसे-जैसे आपके उत्पाद की खपत बढती है आपका मुनाफा भी गुणन के आधार पर बढ़ता जाता है, आप पञ्चगव्य साबुन कारोबार से 30,000 से लेकर 01 लाख रुपए या इससे भी ऊपर हर महीने कमा सकते हैं.

FAQ.

क्या प्राकृतिक पंचगव्य साबुन बनाने के बिजनेस को घर से शुरू किया जा सकता है?

छोटे स्तर (घर) पर पंचगव्य साबुन बनाने का बिजनेस अथवा किसी भी प्रकार के साबुन निर्माण बिजनेस स्थापित करने के लिए कम से कम 500 sqft स्थान की आवश्यकता होती है. जहां उद्यमी साबुन निर्माण व्यवसाय का पंजीकरण कराकर अपना उद्यम शुरू कर सकता है. साबुन व्यवसाय शुरू करने के लिए प्राथमिक पंजीकरण है-

1. MSME (उद्यम आधार पंजीकरण)
2. GST No. (टैक्स पंजीकरण)

पंचगव्य साबुन बनाने का सामान कहां मिलेगा?

प्राकृतिक पंचगव्य साबुन बनाने में लिया जाने वाला कच्चा माल अमूमन किसी स्थानीय थोक व खुदरा बाजार में आसानी से मिल जाता है. यदि इच्छुक उद्यमी साबुन बनाने का कच्चा सामान लेना चाहता है तो अपने क्षेत्र के थोक बाजार की ओर रुख करे. यदि आपके क्षेत्र में साबुन बनाने का कच्चा सामान नहीं मिलता है तो आप ऑनलाइन indiamart जैसी वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं.

नहाने के लिए सबसे अच्छा साबुन कौन सा है?

आयुर्वेदिक व प्राकृतिक नहाने के साबुन हमारी त्वचा के लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं. एक शोध में पाया गया है कि देशी गाय के गोबर से बने पंचगव्य साबुन का उपयोग करने से त्वचा निरोगी बनी रहती है और गोबर से बने पंचगव्य साबुन से नहाने का बाद पसीने की दुर्गन्ध भी नहीं आती.

अंत में-

हमारा उद्देश्य उन इच्छुक उम्मीदवारों, उद्यमियों और किसानों को बेहतर और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराना है जो गोबर आधारित उत्पाद निर्माण व्यवसाय के क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं अथवा बनाना चाहते है.

नोट- किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें. ऐसा करने से आपको व्यवसाय में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार में डिमांड के अनुरूप आप अपने products का निर्माण भी अच्छे से कर पाएंगे.

आशा है आपको इस लेख “कैसे शुरू करें गाय के गोबर से प्राकृतिक नहाने का पंचगव्य साबुन निर्माण बिजनेस” से गोबर उत्पाद (Cow dung product manufacturing) उद्यम/व्यवसाय, व्यापार अथवा कारोबार के बारे में विस्तृत जानकारी जरूर मिली होगी, साथ ही… यदि कुछ पूछना चाहते हों तो कृपया comment box में जरूर लिखें. तब तक के लिए-

“शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए.”

धन्यवाद!

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