फ्रेंचाइजी बिजनेस कैसे अपनाएं | How to Adopt Franchise Business in hindi

वर्तमान समय में फ्रेंचाइजी बिजनेस सबसे सफल और एक कारगर व्यापारिक मॉडल (business model) है, जिसमें कोई भी इच्छुक उद्यमी (फ्रेंचाइजी) किसी स्थानीय उद्यमी (फ्रैंचाइज़र) के साथ साझेदारी करके उसके ब्रांड का अनुकरण और उसके साथ अपने कारोबार का विस्तार करने का प्रयास करता है।

फ्रेंचाइजी बिजनेस में फ्रेंचाइजी, फ्रैंचाइज़र के ब्रांड के तहत उनके बिजनेस पंजीकरण प्राप्त कर निर्धारित समय के लिए उनके द्वारा दी गई तकनीक, ज्ञान और समर्थन का उपयोग कर लाभ कमाने का प्रयास करता है।

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मूलरूप से इस मॉडल में फ्रेंचाइजी लेने वाला उद्यमी ब्रांड के नाम, कार्य करने के प्रोसेस और प्रोडक्ट का समर्थन जैसे- मार्केटिंग, विज्ञापन, उत्पाद निर्माण तरीका आदि से लाभ उठाता है, जबकि फ्रैंचाइज़र (फ्रेंचाइजी देने वाला) को अपने बिजनेस का विस्तार करने का लाभ मिलता है।

असल में फ्रेंचाइजी! कारोबार का विस्तार करने के लिहाज से एक कम निवेश में अपने उद्यम/बिजनेस को बड़े स्तर पर विस्तारित करने और अधिक लाभ बनाने की सबसे कारगर युक्ति है, जिसकी मांग मौजूदा दौर लगातार बढ़ती ही जा रही है।

इसी क्रम में आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ एक सफल फ्रेंचाइजी बिजनेस की नीव कैसे रखी जाए, इसी पर विस्तृत चर्चा करने जा रहे हैं, आशा है दी जा रही पर्याप्त जानकारी से आप अपने आपको अपडेट कर पाएंगे, तो चलिए शुरू करते हैं-

फ्रेंचाइजी बिजनेस की आवश्यकता-

आज शायद ही कोई ऐसा होगा जो अपने आपको आगे बढ़ाने के लिए प्रयास न करता हो, ऐसे में हर कोई, कोई न कोई ऐसे उद्यम की तलास में रहता है, जिसमें उसे एक पहले से बना बनाया सेटअप मिल जाये और वह उस सेटअप से जुड़कर अपने कारोबार को उसकी बुलंदियों पर पंहुचा सके तथा अच्छा मुनाफा भी कमा सके.

ऐसे में उद्यम विचार विविधता को देखते हुए फ्रेंचाइजी बिजनेस की आवश्यकता और उपयोगिता स्पष्ट हो जाती है, क्योंकि फ्रेंचाइजी बिजनेस का उद्गम ही उद्यमों को विस्तारित करने लिए ही हुआ है. आज के दौर में फ्रेंचाइजी बिजनेस कई प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ती करता है, क्योंकि यह विशिष्ट स्थितियों और उद्यमिता की आवश्यकताओं पर निर्भर कर सकता है। मसलन-

  1. ब्रांड का इस्तेमाल और उसका विस्तार: कोई भी फ्रेंचाइजी इच्छुक उद्यमी को एक प्रमुख ब्रांड के तहत अपने उद्यम/बिजनेस को चलाने का अवसर करती है, जिससे उन्हें बाजार में पहचान और आपसी विश्वास मिल सके।
  2. बाजार का समर्थन: फ्रेंचाइजी बिजनेस, उद्यमिता को ब्रांड के द्वारा प्रदान किए जाने वाले बाजार का समर्थन और उसके तकनीकी सहारे का लाभ भी मिलता है।
  3. उपयोगिता का विस्तार: फ्रेंचाइजी नेटवर्क के माध्यम से एक स्थानीय उद्यमी (फ्रैंचाइज़र) को उपयोगिता और बिजनेस सफलता का स्थानांतरण करने में मदद मिलती है, जिससे वह वांछित ब्रांड के साथ सुरक्षित रूप से बिजनेस कर सकता है, साथ ही धीरे-धीरे उसका विस्तार भी कर सकता है.
  4. कम निवेश और जोखिम: फ्रेंचाइजी बिजनेस के तहत इच्छुक उद्यमी को अपना उद्यम/बिजनेस को शुरू करने के लिए कम निवेश और कम जोखिम का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इच्छुक उद्यमी बाजार में पहले से मौजूद एक पहचाने गए ब्रांड के तहत अपना उद्यम/कारोबार व्यापार कर रहा है।

नोट- यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि हर फ्रेंचाइजी बिजनेस की आवश्यकता विभिन्न हो सकती है, और इच्छुक उद्यमी को इसके लिए अच्छी तरह से परखकर तय करना चाहिए कि क्या उन्हें इस साझेदारी से लाभ हो सकता है अथवा नहीं?

ब्रांड विस्तार में फ्रेंचाइजी बिजनेस की उपयोगिता-

मौजूदा बाजार रणनीति में फ्रेंचाइजी बिजनेस के तहत ब्रांड का विस्तार में कई तरीकों से किया जा सकता है, मसलन-

  1. व्यापक उपस्थिति: फ्रेंचाइजी बिजनेस के माध्यम से किसी भी ब्रांड को बाजार में व्यापक उपस्थिति मिलती है, क्योंकि फ्रेंचाइजी के माध्यम से इच्छुक उद्यमी अपने स्थानीय बाजारों में ब्रांड की पुनः और नई व्यापक रणनीति से स्थापना करते हैं।
  2. नए स्थानों में ब्रांड का दृष्टिकोण परिवर्तन: फ्रेंचाइजी बिजनेस के माध्यम से उद्यमी ब्रांड को विभिन्न स्थानों (वस्तुतः नए स्थानों) में प्रस्तुत करके उपभोक्ताओं के बीच ब्रांड के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण में सुधार करने की चेष्टा सकता है/करता है, जिससे उपभोक्ताओं को बड़ी मात्रा में ब्रांड की ओर आकर्षित किया जा सके।
  3. बाजार का बड़े स्तर पर अधिग्रहण: फ्रेंचाइजी बिजनेस के माध्यम से वांछित ब्रांड बाजार के उन पहलुओं को छू सकता है जिससे उसका अधिग्रहण/उपभोग बढाया जा सके।
  4. स्थानीय बाजार में जागरूकता व्याप्त करना: बाजार में एकाधिकार (monopoly) व्याप्त करने के लिए फ्रैंचाइज़र अधिकार उन स्थानीय उद्यमियों से संपर्क करते हैं, जिन्हें अपने स्थानीय बाजार परख और विशेषताओं का अच्छा ज्ञान होता है, जिससे वे उपभोक्ताओं से बेहतर सहयोग/समन्वय स्थापित कर सके।
  5. ब्रांड की सामर्थ्यता को बढ़ावा: फ्रेंचाइजी उद्यमियों की उपस्थिति से ब्रांड की सामर्थ्य बढ़ सकती है, क्योंकि ये अपने स्थानीय बाजार में ब्रांड को मजबूत करने का कार्य करते हैं।

फ्रेंचाइजी बिजनेस कितने प्रकार का होता है-

अमूमन मौजूदा बाजार में फ्रेंचाइजी बिजनेस 03 प्रकार के ही बिजनेस देखने को मिलते हैं, मसलन-

  1. पारम्परिक फ्रेंचाइजी
  2. फॉर्मेट फ्रेंचाइजी बिजनेस (ब्रांड द्वारा निर्धारित शर्तों का कड़ाई से अनुपालन)
  3. सोशल मीडिया फ्रेंचाइजी

फ्रेंचाइजी बिजनेस के लिए लागत-

फ्रेंचाइजी बिजनेस की लागत ब्रांड की उपयोगिता, शर्तों और बाजार के कई घटकों पर निर्भर करती है, उदहारण- ब्रांड का पॉपुलैरिटी, स्थान, इंडस्ट्री, उत्पाद का दाम और बाजार में ब्रांड की पकड़। आमतौर पर इस बिजनेस आईडिया पर निवेश करने से पूर्व इससे सम्बंधित कुछ घटकों को समझना जरूरी होता है, मसलन-

  1. पंजीकरण शुल्क: किसी भी प्रकार की फ्रेंचाइजी लेने से पहले इच्छुक उद्यमी को वांछित ब्रांड का उपयोग करने के लिए एक निर्धारित पंजीकरण शुल्क/निश्चित राशि भरना जरूरी होता है, यदि ब्रांड इस को निर्धारित नहीं करता है तो पंजीकरण शुल्क नगण्य अथवा एक आंकड़ा हो सकता है
  2. स्थान चयन और इंफ्रास्ट्रक्चर: सही स्थान का चयन करने तथा उसे सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए लागत आ सकती है।
  3. इंवेंटरी और उपकरण: यह वैकल्पिक है क्योंकि कुछ फ्रेंचाइजी बिजनेस में इसकी आवश्यकता हो सकती है कि आप ब्रांड द्वारा निर्धारित उपकरण और इंवेंटरी का उपयोग करें, जिसमें आपकी लागत आ सकती है।
  4. सहयोग और प्रशिक्षण: ब्रांड से अपेक्षित अथवा अतिरिक्त सहयोग व प्रशिक्षण पाप्त करने पर भी बिजनेस में लागत आ सकती है।

नोट- फ्रेंचाइजी बिजनेस में लागत लगाने से पूर्व ब्रांड की उपयोगिता का अच्छी तरह से विश्लेषण और तथ्यात्मक जानकारी हांसिल करनी जरूरी चरण है, सभी बिंदु अनुकूल हो तो सबसे पहले अपने स्थानीय बाजार में ब्रांड की कुशलता का मूल्यांकन करना चाहिए।

फ्रेंचाइजी बिजनेस के नुकसान/जोखिम-

अमूमन हर एक बिजनेस में कुछ नुकसान जरूर होते हैं, जिनका यदि समय से निवारण न किया जाये तो यह नुकसान बिजनेस को बिजनेस फेल होने की श्रेणी में खड़ा कर देते हैं, अमूमन फ्रेंचाइजी बिजनेस के कुछ मुख्य नुकसानों में से हैं:

  1. पंजीकरण शुल्क: फ्रेंचाइजी बिजनेस के इच्छुक उद्यमियों को वांछित ब्रांड की फ्रेंचाइजी लेने के लिए पंजीकरण, रॉयल्टी व अन्य फीस भरना पड़ता है, जो उनके बिजनेस की प्रमुख लागत होती है, जो उनके मुनाफे को कभी-कभी अत्यधिक कम कर सकता है।
  2. स्वतंत्रता की कमी: अधिकतर फ्रेंचाइजी लेने वाले उद्यमियों को ब्रांड के निर्धारित नियमों का पालन करना होता है, जिससे उन्हें स्वतंत्रता में कमी हो सकती है।
  3. ब्रांड के प्रति आत्मविश्वास का कमी: फ्रेंचाइजी उद्यमियों को ब्रांड के नियमों के तहत ही अपने बिजनेस को चलाना होता है, यदि बाजार में वांछित ब्रांड का प्रति आत्मविश्वास कम है तो यह जोखिम बढ़ सकता है।
  4. स्थानीय परिस्थितियाँ: स्थानीय बाजार यदि ब्रांड की उपयोगिता को स्वत: स्वीकार न कर रहा हो तो साथ ही वांछित ब्रांड को बाजार समर्थन न मिले तो फ्रेंचाइजी उद्यमियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  5. ब्रांड की उपलब्धता न कर पाना: अमूमन नई फ्रेंचाइजी अपने शुरूआती दौर में ब्रांड का स्थायित्व स्थापित करने में बाजार में ब्रांड की उपलब्धता कराने में अक्षम हो सकती है, जिससे व्यापक बाजार रणनीतियों का विस्तार करने में समस्या हो सकती है, जिस कारण उद्यमी को नुकसान झेलना पड़ सकता है.
  6. उत्पाद की डिज़ाइन और स्वीकृति: ब्रांड द्वारा पूर्व स्थापित उत्पाद की डिज़ाइन और फ्रैंचाइज़र द्वारा उसकी स्वीकृति लेने के लिए कुछ लागत (कभी-कभी नुकसान) भी बढ़ सकता है।
  7. धोखाधड़ी होने का जोखिम– मौजूदा दौर में फ्रेंचाइजी जैसे बिजनेस में सबसे ज्यादा नुकसान धोखाधड़ी अथवा फ्रॉड के रूप में होता है, क्योंकि इस प्रकार के कारोबार को अपनाने के लिए सूचनाओं का आदान-प्रदान ही सबसे प्रमुख घटक है, जिसमें विसंगति आ सकती है।

आपको इस मामले में सदैव सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि आज के समय में कई कुटिल लोग फ्रेंचाइजी देने वाली कम्पनियों/संस्थाओं से जानकारी निकाल कर सस्ते में फ्रेंचाइजी दिलवाने का झांसा/लालच देकर नए उद्यमियों से पैसे ठगने का प्रयास में लगे रहते हैं।

नोट- फ्रेंचाइजी बिजनेस में कई नुकसानों के बावजूद, सही ब्रांड के सही उत्पाद की फ्रेंचाइजी लेना एक लाभ प्रदान करने वाला दमदार बिजनेस है। इच्छुक उद्यमियों को फ्रेंचाइजी बिजनेस की साझेदारी की शर्तों को गहनता से समझने और उन्हें पूरा करने के लिए सावधानी पूर्वक विचार कर ही इस बिजनेस में प्रवेश करना चाहिए।

भारत में किस ब्रांड की फ्रेंचाइजी की मांग सबसे अधिक बनी रहती है?

आप जानते ही हैं कि हमारा देश भारत! विकासशील देशों की श्रेणी में गिना जाता है, यहाँ पर अनेको ब्रांड मौजूद हैं, जो लगातार वृद्धि दर्ज करते हुए अपने बिजनेस का विस्तार कर रहे हैं. यदि आप फ्रेंचाइजी बिजनेस से अपने उद्यम की नीव रखना चाहते हैं तो नीचे सुझाये गए बिन्दुओं पर गौर करें-

1. सोलर पैनल डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट
2. पब्लिक EV चार्जिंग स्टेशन पॉइंट
3. पिज्जा स्टोर डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट
4. प्रोडक्ट आउटलेट डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट
5. फुटवेयर डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट
6. हेल्थ, फिटनेस व योगा पॉइंट
7. सरकारी पार्टनरशिप प्रोग्राम
8. एजुकेशन डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट (सरकारी/गैर सरकारी)

एक नए उद्यमी को किस प्रकार की फ्रेंचाइजी में निवेश करना हितकर होगा?

अमूमन एक नए उद्यमी के लिए इस प्रश्न का उत्तर दे पाना थोडा कठिन जरूर है, क्योंकि इसका जवाब उद्यमी की योग्यता और मानसिकता पर बहुत कुछ निर्भर करता है.

वैसे एक नए उद्यमी को उन फ्रेंचाइजी बिजनेस में निवेश करना चाहिए, जिनकी डिमांड बाजार में बनी रहती हो, साथ ही भविष्य में तेजी से बढ़ने की सम्भावना हो. क्रमवार फ्रेंचाइजी बिजनेस का उल्लेख ऊपर किया गया है.

क्या घर से भी फ्रेंचाइजी बिजनेस किया जा सकता है?

जी हाँ! यह पूरी तरह से संभव है और आसान भी है, बशर्ते फ्रैंचाइज़र समर्थन दे दे, साथ फ्रैंचाइज़र द्वारा जारी किये गए दिशा-निर्देश और नियमो का कड़ाई से पालन किया जाये.

अंत में-

आज ज्यादातर smart businessman/कारोबारियों की निगाहें ऐसे बिजनेस अथवा स्टार्टअप की ओर जमी हुई हैं, जो हमारे आने वाले भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने वाला है जो फिलहाल अभी काफी धीमी गति से विकसित हो रहा है.

एक सदाबहार चलने वाला बिजनेस स्थापित करना हमेशा ही सबसे अच्छे विकल्पों में से एक होता है जिससे लम्बे समय तक अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता है.

हमारा उद्देश्य उन इच्छुक उम्मीदवारों, उद्यमियों, व्यवसायियों, व्यापारियों और कारोबारियों को बेहतर से बेहतर जानकारी प्रदान करना है, जो फ्रेंचाइजी बिजनेस के उद्यम को करने के इच्छुक हैं और इस व्यवसाय में अपना भविष्य में देख रहे हैं.

नोट- किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें। ऐसा करने से आपको व्यवसाय में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार डिमांड के अनुरूप आप अपने business को अच्छे से संचालित कर पाएंगे।

आशा है आपको इस लेख “फ्रेंचाइजी बिजनेस को कैसे अपनाएं” से franchise business से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी जरूर मिली होगी, साथ ही यदि कुछ छूट गया हो या कुछ पूछना चाहते हों तो कृपया comment box में जरूर लिखें।

अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों और जरूरतमंदों के साथ share करना न भूलें. आपका एक share किसी को उसके भविष्य की नई दिशा दिखा सकता है. अभी तक के लिए इतना ही-

“शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए।”

धन्यवाद!

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