कम लागत में शुरू करें नमकीन बनाने का व्यवसाय | Start a Namkeen Making Business at Low Cost in hindi

नमकीन बनाने का व्यवसाय: हल्के फुल्के खाद्य उत्पादों की जरुरत आज लगभग हर घर को होती है. यह उत्पाद खाने में बेहद स्वादिष्ट होने के साथ-साथ किफायती दामों पर लगभग हर किराना स्टोर्स पर आसानी से मिल जाते हैं.

स्वभाविक तौर पर हम स्वतंत्र रूप से कह सकते हैं कि दुनिया में सब कुछ बिकना बंद हो सकता है लेकिन खाद्य उत्पादों की बिक्री कभी बंद नहीं हो सकती क्योंकि भोजन हमारी प्राथमिक जरूरतों में से एक है, जिसकी बड़े स्तर पर बाजार/मार्केट में मांग हमेशा बनी ही रहती है.

अमूमन आज हम किसी किराना दुकान पर नमकीन जैसे उत्पाद को खरीदने जाते हैं तो हमारे सामने अनेको तरह की नमकीन के पैकेट रख दिए जाते हैं, जिनमें से हम उसी नमकीन को लेना पसंद करते हैं जो खाने में स्वादिष्ट होती है। यदि आप स्वाद के शौक़ीन हैं तो निश्चित तौर पर खट्टी-मीठी, आलू भुजिया, सेव, मूंग दाल, और मूंगफली नमकीन जरूर खरीदते होंगे.

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नमकीन स्वाद में बेहद स्वादिष्ट होने के साथ किफायती दरों पर आसानी से किसी किराना स्टोर्स पर मिल जाती है. जिससे खट्टी-मीठी नमकीन जैसे उत्पाद को बनाने के व्यवसाय शुरू करना किसी भी उद्यमी के लिए लम्बे समय का उच्च लाभ देने वाला विकल्प साबित हो सकता है.

तो अब प्रश्न उठता है कि कैसे नमकीन बनाने का व्यवसाय या दालमोठ बनाने के व्यवसाय (Namkeen Making Business) को कितनी पूँजी लगाकर शुरू किया जा सकता है, क्या छोटे स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है, अगर हां तो कैसे?

किन-किन मशीनों और मटेरियल की जरूरत पड़ती है? और क्या नमकीन व्यवसाय को शुरू करने के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है? इन सब सवालो के जवाब पाने के लिए आपको सबसे पहले Namkeen Business Plan को अच्छे से समझना बेहद जरूरी है.  

नमकीन बिजनेस का महत्व (Importance of Namkeen Business)-

Namkeen business आप गाँव और शहर दोनों जगह शुरू कर सकते हो। नमकीन बनाने के व्यवसाय को आप कम लागत में भी स्टार्ट करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। नमकीन की डिमांड शादी, birth day पार्टी या कोई अन्य पार्टी के अवसर पर बहुत ज्यादा होती है इसलिए नमकीन जैसे खाद्य उत्पाद की डिमांड/मांग हमेशा ही बड़ी मात्रा में बनी ही रहती है।

व्यवसायिक स्तर पर आप यदि नमकीन बनाने के कारोबार को करने के इच्छुक हैं तो सबसे पहले इस बात को अच्छे से समझ लीजिये कि किसी भी खाद्य उत्पाद का प्रोडक्शन शुरू करने के बाद उसमे मंदी का सामना आंशिक रूप से करना पड़ता है, लेकिन इससे घबराने की ज्यादा जरूरत नहीं है क्योंकि खाद्य उत्पाद की बिक्री जब तक मनुष्य का जीवन है तब तक होती ही रहेगी.

इसलिए आज के इस खास लेख में हम आपको Namkeen Business Plan की पूरी जानकारी देंगे ताकि आप नमकीन बनाने का (Namkeen Plant) व्यवसाय लगाकर अपना उद्यम/खुद का कारोबार शुरू कर सकें साथ ही भविष्य में अपने बिजनेस का विस्तार भी कर सके।

इस लेख में कई तरह की नमकीन बनाने की विधियों (namkeen recipes) का उल्लेख्य भी किया जाएगा, यदि आप नमकीन बनाने का व्यवसाय/नमकीन बिजनेस में भविष्य बनाना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए काफ़ी लाभदायक सिद्ध होने वाला है-

नमकीन बनाने का व्यवसाय स्थापित करने के लिए आवश्यक स्थान (Required Area)- 

छोटे स्तर पर नमकीन बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए कम से कम 100 से 150 वर्ग फुट स्थान की जरूरत होती है। यदि आपके घर पर पर्याप्त स्थान मौजूद है तो नमकीन बनाने का काम आप अपने घर (namkeen business from home) से भी शुरू कर सकते हैं। घर पर नमकीन बनाना शुरू करने से पहले यदि आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो उनकी सुरक्षा जरूर सुनिश्चित कर लें।

वहीं यदि आप बड़े स्तर पर नमकीन बनाने का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 1200 वर्ग फुट स्थान की आवश्यकता होगी। जहां 1000 वर्ग फुट क्षेत्र पूरी तरह से प्रदूषण, धूल, मिट्टी व बारिस से संरक्षित होना चाहिए।

इस 1000 वर्ग फुट क्षेत्र का डिजाइन ऐसे किया जाना चाहिए जिसमें मशीनों के स्थान फिक्स हों और साथ ही कच्चे माल से लेकर तैयार उत्पाद को सुरक्षित रखने के स्थान सुव्यवस्थित किए गए हों। आपके कार्य स्थल पर बिजली व पानी की उपलब्धता का होना अनिवार्य है, क्योकि बड़े स्तर पर नमकीन बनाने के लिए ये दोनों घटकों का होना प्राथमिक चरण में से एक है। 

नमकीन बनाने का व्यवसाय में कर्मियों की आवश्यकता (Required Manpower)-

बड़े स्तर के किसी भी कारोबार में कर्मियों की आवश्यकता तो पड़ती ही है, अत: बड़े स्तर पर नमकीन कारोबार शुरू करने पर आपको कम से कम 04 से 10 कर्मियों (मैनपावर या लेबर) की जरूरत होती है, ये कर्मचारी मैनेजर, मार्केटर/सेल्समैन, रेसिपी मेकर और लेबर/सफाई कर्मी आदि हो सकते हैं. 

नमकीन बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए रॉ मटेरियल (Required Raw Materials)-

नमकीन बनाने के लिए लगने वाले रॉ मटेरियल लोकल/स्थानीय बाजार में आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन एक उद्यमी/व्यवसायी को अपना उद्यम/व्यवसाय शुरू करने से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वह जो रॉ मटेरियल सामान्य स्थानीय बाजार से ले रहा है क्या वह बेहतरीन गुणवत्ता का है या नहीं?

नमकीन बनाने के व्यवसाय में उच्च गुणवत्ता की दालों, मसालों, दालों के बेसन और नट्स का ही उपयोग किया जाता है। ये रॉ मटेरियल हैं-

1साबुत चना, मोठ दाल, मूंग दाल, मूंगफली के दाने
2चना बेसन व मोठ दाल बेसन
3गरम मसाला, चाट मसाला व अन्य मसाले
4लाल मिर्च व काली मिर्च पाउडर
5साधारण, सेंधा व काला नमक
6हल्दी, आमचूर पाउडर
7प्राकृतिक खाद्य तेल
8शुद्ध पेयजल (आवश्यकतानुसार)

नमकीन बनाने का व्यवसाय में मशीनरी की आवश्यकता (Required Machinery)-

व्यवसायिक तौर पर नमकीन बनाने के लिए छोटे व बड़े दोनों स्तरों पर कुछ मशीनरी की आवश्यकता होती है. ये मशीनरी है-

छोटे स्तर पर मशीनरी व बर्तन (Required equipment for small scale)-

  1. सेव मशीन मैनुअल
  2. धातु की कढ़ाई
  3. धातु की बड़ी छन्नी
  4. गैस स्टोव व गैस सिलिन्डर या इलेक्ट्रिक कुकटॉप
  5. तसला (प्लास्टिक/धातु)
  6. डिजिटल वेट मशीन
  7. हीट सीलिंग मशीन पैकिंग के लिए

बड़े स्तर पर मशीनरी (Required equipment for medium/big scale)-

  1. Dough Kneader Machine
  2. Namkeen sev making machine
  3. Batch fryer machine
  4. Masala coating/mixing machine
  5. Digital Weight Machine
  6. Packing machine
  7. Nitrogen Gas Plant
  8. Plastic Tub

नोट- उपरोक्त मशीनों का चुनाव आप अपने कारोबार/व्यवसाय की कार्यक्षमता आधार पर ही करें।

उपरोक्त मशीनरी को आप अपने लोकल मार्केट से ले सकते/सकती हैं यदि लोकल बाजार में यह मशीने नहीं मिल पा रही हैं तो इस आप ऑनलाइन भी नीचे दी गई वेबसाइटस से खरीद सकते/सकती हैं-

  1. www.indiamart.com 
  2. www.amazon.com या फिर
  3. आप जिसे जानते हैं वहाँ से ऑर्डर दे सकते/सकती हैं।

नमकीन व्यवसाय के तहत नमकीन बनाने की विधि (Process of namkeen making)-

आज बाजार में कई तरह की नमकीने देखने को मिल जाती हैं, जहां हर एक नमकीन स्वाद और मटेरियल में एक दूसरे से भिन्न होती हैं. नमकीन जैसे उत्पाद में विविधता का समावेश नमकीन बनाने की विधियों में ही छिपा है.

आपको बस नमकीन बनाने के तरीकों को समझना होता है, उसके बाद आप आसानी से किसी भी तरह की नमकीन बना सकते हैं और बाजार में आसानी से बेच भी सकते हैं. यहाँ हम कुछ नमकीनों की रेसिपी व उसकी मात्रा को साझा करने जा रहे हैं-

मूंग दाल नमकीन बनाने की रेसिपी (Recipe of Moong Daal Namkeen)-

  1. 250 ग्राम मूंग दाल
  2. 02 ग्राम बेकिंग सोडा
  3. 10 ग्राम नमक (सेंधा नमक को वरीयता)
  4. खाद्य तेल (पाम आयल) फ्राई करने के लिए

नमकीन बनाने की विधि (Moong Daal Namkeen Making Process)-

  • सबसे पहले कच्ची मूंग दाल को एक प्लास्टिक अथवा स्टील बर्तन में 4 से 6 घंटो के लिए पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर भिगोया जाता है, भीग जाने के बाद मूंग दाल पानी से फूल जाती है,
  • इसके बाद इस दाल को एक-दो साफ पानी से धो कर किसी कपड़े पर फैलाया जाता है और पंखे की हवा में 90 से 120 मिनट तक सुखाया जाता है.
  • इसके बाद कढ़ाई में तेल को गर्म करना है, तेल के गर्म हो जाने के बाद तेल में मूंग दाल को तल/फ्राई कर लेना है.
  • फ्राई हो जाने के बाद तैयार मूंग दाल में नमक व इच्छित मसालों की कोटिंग की जाती है. मसालों की कोटिंग के बाद मूंग दाल नमकीन उपयोग में लिए जाने को तैयार हो जाती है.
  • इसके बाद इसकी पैकिंग की जाती है.

मूंगफली नमकीन बनाने की रेसिपी (Peanut Namkeen recipe)-

  1. 250 ग्राम साबुत मूंगफली के कच्चे दाने
  2. 10 नमक
  3. खाद्य तेल (फ्राई करने के लिए)
  4. 20 ग्राम मेथी पत्ता/करी पता (वैकल्पिक)

नमकीन बनाने की विधि (Peanut Namkeen Making Process)-

  • सबसे पहले कच्चे मूंगफली के दानों को अच्छे से साफ पानी से धुलकर पंखे की हवा में सुखाया जाता है.
  • इसके बाद इन मूंगफली के दानों सीधे तेल में तला/फ्राई किया जाता है.
  • फ्राई हो जाने के बाद तैयार मूंगफली के दानों में नमक व इच्छित मसालों की कोटिंग की जाती है. मसालों की कोटिंग के बाद मूंगफली नमकीन उपयोग में लिए जाने को तैयार हो जाती है.
  • इसके बाद इसकी पैकिंग की जाती है.

रंगीन बूंदी नमकीन बनाने की रेसिपी-

  • 500 ग्राम चना बेसन
  • 03 ग्राम बेकिंग सोडा
  • 01 चाय चम्मच नमक
  • 700 मिली लीटर शुद्ध पानी
  • फूड कलर (लाल, हरा)
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नमकीन बनाने की विधि-

  • रंगीन बूंदी बनाने के लिए सबसे पहले एक पात्र में रेसिपी के मुताबिक बेसन को लेना है, फिर इस बेसन में बेकिंग सोडा, नमक और पानी मिलाकर पेस्ट बना लेना है.
  • जैसे ही पेस्ट तैयार हो जाता है, तो इस पेस्ट में से आधे पेस्ट में लाल और आधे पेस्ट में हरे फूड कलर को  मिलाया जाता है.
  • इसके बाद बड़े छेद की छन्नी से गुजारते हुए सीधे तेल में तला/फ्राई किया जाता है.
  • फ्राई हो जाने के बाद प्राप्त रंगीन बूंदी उपयोग में लिए जाने को तैयार हो जाती है.
  • इसके बाद उत्पाद की पैकिंग की जाती है.

पतले सेव नमकीन बनाने की रेसिपी (Sev Namkeen recipe)-

  1. 450 ग्राम चना बेसन
  2. 50 ग्राम मोठ बेसन
  3. 15 ग्राम नमक
  4. 01 चाय चम्मच काली/लाल मिर्च पाउडर
  5. 01 चाय चम्मच हल्दी पाउडर
  6. 50 ग्राम खाद्य तेल (पाम आयल)
  7. 250 मिली लीटर शुद्ध पानी

मोटे सेव नमकीन बनाने की रेसिपी-

  1. 800 ग्राम चना बेसन
  2. 200 ग्राम मोठ बेसन
  3. 15 ग्राम बेकिंग सोडा
  4. 30 ग्राम नमक
  5. 01 चाय चम्मच काली मिर्च पाउडर
  6. 90 ग्राम खाद्य तेल (पाम आयल)
  7. 500 मिली लीटर शुद्ध पानी

बेसन पापड़ी बनाने की रेसिपी (Besan Papdi Namkeen recipe)-

  1. 2.50 किलोग्राम चना बेसन
  2. 500 ग्राम मोठ बेसन
  3. 90 ग्राम नमक
  4. 20 ग्राम अजवाइन
  5. 300 ग्राम खाद्य तेल (पाम आयल)
  6. 01 से 1.50 लीटर शुद्ध पानी
  7. मेथी पत्ता/करी पता (वैकल्पिक)

इसे भी देखें- कम लागत में शुरू करें नहाने के साबुन बनाने का व्यवसाय

मसालों की कोटिंग रेसिपी (Spice coating recipe)-

  1. 100 ग्राम नमक
  2. 100 ग्राम काली/लाल मिर्च पाउडर
  3. 50 ग्राम हल्दी पाउडर
  4. 250 ग्राम चीनी पाउडर
  5. 50 ग्राम आमचूर पाउडर
  6. 50 चाट मसाला
  7. 15 ग्राम गरम मसाला

अमूमन सेव और पापड़ी नमकीन बनाने की प्रक्रिया को …. चरणों में पूरा किया जाता है-

  1. प्रथम चरण- सबसे पहले एक स्वच्छ तसला या टब लेना है, इस पात्र में सबसे पहले चना बेसन, मोठ बेसन व बाकी के मसाले एक के बाद एक डालने हैं, फिर इसमें रेसिपी में बताए गए प्राकृतिक खाद्य तेल और आवश्यकतानुसार पानी मिलकर सारे मिश्रण को आपस में अच्छी तरीके से आटे की तरह गूंथना है. 

ध्यान रहे आटे को नरम ही रखना है, आटा गुंथ जाने के बाद इस गुंथे हुए आटे को कम से कम 15 मिनट तक किसी सूती कपडे से ढककर छोड़ दें. बड़े स्तर पर मिश्रण (आटा) गूंथने का काम Dough Kneader Machine की सहायता से किया जाता है,

  • दूसरा चरण- आटे का डो तैयार कर लेने के बाद वांछित नमकीन को तलने के लिए कढ़ाई में तेल भरकर स्टोव आदि से गर्म कर लेना है, इसके बाद सेव बनाने वाली मशीन में पतली सेव बनाने के लिए 01 नंबर की जाली, मोटी सेव के लिए 08-10 नंबर तथा पापड़ी बनाने के लिए स्लाइसर जाली लगाकर तैयार आटे/डो को भर लेना है, इसके बाद गर्म तेल में सेव मशीन से निकलने वाली सेव को डालना शुरू करना है. 

जैसे सेव/पापड़ी गर्म तेल के संपर्क में आते हैं तलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, यहां आपको थोड़ी फुर्ती से काम करना है (एक बार में लगभग पूरी सेव मशीन से सेव/पापड़ी बनाने का प्रयास करें) लगभग 25 से 30 सेकेंड बाद एक तरफ से तल चुकी सेव को पलटकर दूसरी तरफ से कम से कम 5 सेकेंड तक पूरी तरह तलना है.

ऐसा करने से आपकी वांछित नमकीन अच्छे से पक जाएगी. तीसरा चरण पूरा होते ही तैयार वांछित नमकीन खाने योग्य बन जाती है. जो पूरी तरह से पारंपरिक तरीके से बनी है.

नोट- तेल को इतना गर्म करना होता है कि तेल से भाप न उड़े. यदि भाप ऊपर उठ रही है तो समझ लीजिये तेल आवश्यकता से अधिक गर्म हो चुका है, इसका समाधान- गैस या भट्टी बंद कर दें और तेल को कुछ देर के लिए ठंडा होने दें.

  • बड़े स्तर पर नमकीन के सेव बनाने का काम Namkeen sev making machine से और तलने का काम Batch fryer machine द्वारा किया जाता है, इस मशीन को अपरेट करने में 01 कर्मचारी की जरूरत/आवश्यकता होती है. 
  • हालांकि बड़े स्तर पर नमकीन का आटा/डो- चना बेसन, मोठ दाल बेसन, नमक, खाद्य तेल और आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर ही तैयार किया जाता है और फिर इस तैयार आटे या डो से सेव/पापड़ी बनाकर Batch fryer machine में फ्राई/तल लिया जाता है.
  • Batch fryer machine में फ्राई/तल जाने के बाद इन सेव/पापड़ी पर मसालों की कोटिंग Masala coating machine की मदद से जाती है. यह कोटिंग प्रक्रिया लगभग 15 से 20 मिनट तक चलती है. सेव/पापड़ी पर मसालों की कोटिंग पूरी होते ही नमकीन पूरी तरह से खाने योग्य बन जाती है.

नोट- आप Masala coating machine को कुछ नमकीनों के निर्माण के लिए वैकल्पिक तौर पर ले सकते हैं क्योंकि आज जो भी नामी उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं, वे मसालों की कोटिंग की अपेक्षा पारंपरिक तरीके से आटे/डो में ही सारे मसालों को मिलाकर नमकीन का निर्माण करते हैं.

  • तीसरा चरण- दुसरे चरण के बाद तैयार नमकीन को पैकिंग के भेजा या पैकिंग की जाती है. छोटे स्तर पर नमकीन की पैकिंग हीट सीलिंग मशीन से एक-एक कर प्लास्टिक पाउच में सील किया जाता है. वहीँ बड़े स्तर पर पैकिंग का पूरा काम ऑटोमेटिक मशीन के द्वारा वजन/ग्राम को निश्चित करके किया जाता है. नमकीन की पैकिंग में नाइट्रोजन गैस का प्रयोग कर ही सील पैक किया जाता है,

नोट- व्यवसायिक तौर पर खाद्य तेल के रूप में ताड़ का तेल (Palm Oil), कपास का तेल (cotton seed oil) या सूरजमुखी तेल का उपयोग किया जाता है। आप अपनी इच्छानुसार किसी भी खाद्य तेल का चुनाव कर सकते/सकती हैं.

सुझाव-

  1. व्यवसायिक तौर पर नमकीन को स्वादिष्ट बनाने के लिए सूखे मेवे जैसे- काजू, बादाम, अखरोट व नारियल लच्छे का उपयोग भी किया जाता है.
  2. इसके साथ ही खरबूजे व तरबूज के छिले बीज भी मिलाये जाते हैं. इनको मिलाने से जहाँ नमकीन की गुणवत्ता बढती है, वहीँ दूसरी और नमकीन के स्वाद में भी चार चाँद लग जाते हैं.

नमकीन बनाने का व्यवसाय के लिए पंजीकरण (Namkeen making business registration)-

नमकीन व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको इन लाइसेंसों को लेना जरूरी है-

  1. MSME Registration (सूक्ष्म, मध्यम एवं लघु उद्योग पंजीकरण)
  2. GST Registration (जीएसटी पंजीकरण)
  3. Trade License (ट्रेड लाइसेंस)
  4. Trademark License (ट्रेड मार्क लाइसेंस)
  5. FSSAI License (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण पंजीकरण)
  6. IEC Code (आईईसी कोड)- यदि आप निर्यात करना चाहते हैं तो आईईसी कोड लेना अनिवार्य है।

छोटे स्तर पर या घर से शुरू करने के लिए आप केवल भारत सरकार द्वारा विकसित किये गए उद्यमी पोर्टल MSME पर अपने व्यापार की लागत के अनुरूप सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योग अंतर्गत किसी एक श्रेणी में पंजीकरण करा सकते/सकती हैं,

साथ ही आपको टैक्स आदि के लिए GST No. भी लेना अनिवार्य है। भविष्य में जब आपका कारोबार बढ़ेगा, आपको बाकी के पंजीकरण कराना अनिवार्य है।

नमकीन की पैकिंग (Namkeen Packaging)-

किसी भी Product/उत्पाद की पैकिंग उसके ब्रांड वैल्यू को बनाने और बढ़ाने का काम करती है। नमकीन के कारोबार में पैकिंग का सबसे मुख्य काम होता है, व्यवसायिक तौर पर पैकिंग बनाने में अधिकतर भड़कीले रंगों का ही उपयोग किया जाता है।

ऐसा इसलिए क्योकि भड़कीले रंगों में अपना एक अलग ही आकर्षण होता है जो किसी भी उपभोक्ता या ग्राहक को अपनी ओर खीचने में सक्षम होता है. 

अपनी भड़कीली रंगों की विशेष पैकिंग के कारण अधिकतर खुदरा दुकानों में नमकीन जैसे उत्पाद शो-पीस या सजावट की तरह ऐसे रखे जाते हैं, जिससे जल्द से जल्द नमकीन जैसे उत्पाद ग्राहक की नजर में आएं और ग्राहक इन्हें देखते ही खरीद ले.

आकर्षक और मोहक पैकिंग बनवाने के लिए आप सबसे पहले अपने क्षेत्रीय प्रिंटर्स/मुद्रक से संपर्क करें, यदि आपके क्षेत्र में प्रिंटिंग व डिज़ाइनिंग आदि का काम नहीं होता है तो पैकिंग बनवाने के लिए आप इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटो की मदद ले सकते/सकती है. 

सुझाव (Suggestions)- 

  • नमकीन पैकिंग की डिजाइन के लिए किसी जानकार ग्राफिक्स डिजाइनर की सहायता जरूर लें। साथ ही उत्पाद बनाने में उपयोग किए गए घटकों का उल्लेख उत्पाद की पैकेजिंग पर अनिवार्य रूप से करें। 
  • व्यापार की शुरुवात आप खुदरा बाजार में छोटे पाउच से ही शुरू करें. 
  • बाजार में Product की खपत का आंकलन कर आप बड़े ग्राम या पाउच के प्रोडक्ट/उत्पाद उतार सकते/सकती हैं.

नमकीन व्यवसाय में मार्केटिंग (Namkeen Business Marketing)-

नमकीन व्यवसाय लगभग मार्केटिंग आधरित बिजनेस है, इस बिजनेस में जितनी अच्छी मार्केटिंग की जाती है, परिणाम में उतना अच्छा मुनाफा भी मिलता है.

यदि आप छोटे स्तर से नमकीन कारोबार शुरू कर रहे हैं तो छोटे स्तर पर सबसे अच्छा तरीका है कि आप सबसे पहले अपने आस-पास के किराना दुकानों या स्टोर्स की ओर रुख करें, क्योंकि आपके पास के किराना दुकानें आपको अच्छे से जानते होंगे, जिससे आपके माल के खपत होने कि संभावना बढ़ जाती है। 

छोटे स्तर पर प्रचार के लिए आप अपने बाजार क्षेत्र में जगह-जगह पर पोस्टर, बैनर, फ्लैक्स व स्टीकर आदि चस्पा करवा सकते हैं, साथ ही अखबार में पैम्पलेट डलवाकर प्रचार कर सकते हैं। 

वहीं यदि आपने बड़े सर पर नमकीन कारोबार या बिजनेस शुरू किया है तो बड़े स्तर के विज्ञापनों को ध्यान देने की जरूरत है. बड़े विज्ञापन जैसे- अखबार पृष्ठ, पत्रिका पृष्ठ और TV विज्ञापन और Digital Marketing आदि का सहारा ले सकते/सकती हैं।

इसके साथ ही यदि आप स्वयं मार्केटिंग करने में समय नहीं दे पा रहे हैं तो किसी नामी मार्केटिंग एजेंसी या संस्था से अपने उत्पाद की मार्केटिंग करवा सकते/सकती हैं. हां यह बात सही है कि किसी मार्केटिंग एजेंसी या संस्था से मार्केटिंग करवाने में अच्छा-खासा खर्च आता है, लेकिन आपके उत्पाद की ब्रांड वैल्यू भी बढ़ने लगती है, लोग आपके प्रोडक्ट को अच्छे से जानने और पहचानने लगते हैं. 

बड़े-बड़े नामी ब्रांड जो आज बाजार पर राज कर रहे हैं उन्होंने अपने उत्पाद की मार्केटिंग बहुत अच्छे से करी है या करवाई है. तो अब चुनाव आपका है कि आप अपने उत्पाद का प्रचार-प्रसार या मार्केटिंग कैसे करना अथवा करवाना चाहते/चाहती है.

नमकीन कारोबार में प्रतिस्पर्धी को पहचानना (Identify your competitor)-

जब आप अपने उत्पाद को बाजार/मार्केट में उतरेंगे तो बाज़ार में आपको पहले से ही आपके उत्पाद के प्रतिस्पर्धी मिलेंगे। हो सकता है कि यह आपको कभी कभी हतोत्साहित कर सकता है लेकिन इससे घबराने की बात नहीं है आपको अपने प्रतिस्पर्धी को चुनना होगा और अपने उत्पाद को बेहतर से बेहतर बनाना होगा।

जब आप अपने प्रतिस्पर्धी को चुन या पहचान लेते हैं तो आपको एक मकसद मिल जाता है और आप अपने मकसद को पूरा करने के लिए पूरी तन्मयता से लग जाते हैं। एक सफल व्यापारियों के लक्षण यही होते है कि वह अपने मकसद, अपने लक्ष्य को समर्पित होता है।

मनोविज्ञान के अनुसार भी यह बात पूरी तरह से सिद्ध हो कि “जब हम किसी से competition करना शुरू करते हैं, तो हमारा दिमाग सामान्य की अपेक्षा तेज गति से कार्य करने लगता है, और हमेशा नए-नए विचार उत्पन्न करने लगता है. जिससे हमारी कार्य क्षमता (productivity) बढ़ जाती है.”

नमकीन का मूल्य निर्धारण (Pricing)-

किसी भी नए उत्पाद को बाजार में बिक्री करने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाता है उसका मूल्य। और यह बात सार्वभौम सत्य है क्योंकि आज खासकर कोरोनाकाल के बाद लगभग कई देशों में मंहगाई बढ़ चुकी है जिसका असर कुछ हद तक हमारे देश भारत पर भी पड़ा है। 

इसलिए बाजार को देखते हुए आप अपने उत्पाद का मूल्य बाजार में मौजूद अन्य उत्पादों की अपेक्षा कुछ कम ही रखें लेकिन उत्पाद की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें,

बेहतरीन गुणवत्ता के कारण आपका उत्पाद धीरे-धीरे मार्केट/बाजार में प्रसिद्ध होने लगेगा और जिससे आप अपने कारोबार को छोटे से बड़े स्तर पर विस्तारित कर सकते हैं। कम मूल्य पर उत्पाद बेचने की शुरुवात आपको अपने लोकल मार्केट से ही करनी चाहिए।

नमकीन बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन (Loan for Namkeen making business)-

लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने मेक इन इण्डिया के तहत प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY), कौशल विकास योजनाप्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP द्वारा अधिकतम 35% अनुदान) आदि के माध्यम आपको आसानी से ऋण/लोन मिल सकता है.

इसके लिए आपको अपनी कंपनी या फर्म के पंजीकरण संख्या से सरकारी योजनाओं के तहत आवेदन करना होगा. सरकारी योजनाओं के तहत लघु उद्योग हेतु ऋण/लोन लेने के लिए आप अपने क्षेत्रीय/स्थानीय सरकारी बैंक की शाखा से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

नमकीन बनाने का व्यवसाय की कुल लागत (Namkeen business investment)-

नमकीन का व्यापार बड़ी ही छोटी कीमत पर शुरू किया जा सकता है, छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए कम से कम 40 से 70 हजार रुपए की लागत लगती है जिसमें आपको रॉ मटेरियल और पैकिंग लेना होगा। जिसे आप अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं। 

अगर आप नमकीन कारोबार के क्षेत्र में आना चाहते/चाहती हैं तो मेरी राय यही है कि आप इसे कम पूंजी लगाकर छोटे स्तर से, घर से ही शुरू करें। जिससे आप भारी/अवांछित जोखिम से बच सकते हैं और छोटे स्तर पर व्यापार करने से आपको बाजार को समझने का मौका भी मिलता है। 

वहीं अगर आप इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर करना चाहते/चाहती हैं तो आपको बड़ी मशीनरी के साथ पैकिंग की मशीन (ऑटोमेटिक, सेमी-ऑटोमेटिक) और बड़ी क्षमता के तराजू आदि की जरूरत पड़ेगी इस complete setup की लागत लगभग 04 लाख रूपए से शुरू हो जाती है। 

नमकीन व्यवसाय के जोखिम (Risk of Namkeen Business)-

नमकीन के कारोबार में एक ही खास जोखिम होता और वह है, समय बीतने के साथ नमकीन जैसे उत्पाद ख़राब हो जाते है, यदि आप छोटे स्तर पर नमकीन का बिजनेस शुरू करते हैं तो यह जरूर निश्चित कर लें कि आपके उत्पाद या प्रोडक्ट की बाजार/मार्किट में खपत कितनी हो रही है, इस खपत के हिसाब से ही आप अपना माल तैयार करें.

नमकीन व्यवसाय में मुनाफा (Profit margin in namkeen business)-

मुनाफा या लाभ शब्द मौलिक तौर पर एक ऐसा शब्द है जो हर किसी को एक नई प्रेरणा देता है. कुरकुरी नमकीन कारोबार में मुनाफे की कोई सीमा तय नहीं है, नमकीन जैसे बिजनेस में मुनाफा पूरी तरह से आपकी मार्केटिंग पर निर्भर करता है,

सामान्य तौर पर खुदरा मार्केट में 5 रुपए के एक पाउच पर 70 पैसे से लेकर 01 रूपए तक मुनाफा कमाया जा सकता है. वहीँ यदि बड़े स्तर पर मुनाफे की बात करें तो हर महीने 30,000 से 1,00,000 रूपए या इससे भी ऊपर हर महीने कमाया जा सकता है. (यह संभावित धनराशि एक नमकीन कारोबारी द्वारा बताई गई है)

FAQ.

नमकीन मशीन की कीमत कितनी है?

छोटे स्तर पर आप सेव बनाने की मशीन (Sev making machine) आती है जिसकी कीमत 1200 प्रति इकाई से शुरू हो जाती है.

वही बड़े स्तर पर इच्छुक उद्यमी को-
1. Dough Kneader Machine जिसकी कीमत 8500 रुपये प्रति इकाई से शुरू
2. Namkeen sev making machine जिसकी कीमत 18,500 रुपये प्रति इकाई से शुरू
3. Batch fryer machine जिसकी कीमत 50,000 रुपये प्रति इकाई से शुरू
4. Masala coating/mixing machine जिसकी कीमत 14,000 रुपये प्रति इकाई से शुरू हो जाती है.

उपरोक्त कीमतों में बाजार उतार चढाव के कारण बदलाव संभव है. साथ ही मशीनों का चयन निर्माण क्षमता के आधार पर ही करें.

नमकीन बनाने के व्यवसाय में मुनाफा (Profit margin in namkeen business) कितना होता है?

बेहतर गुणवत्ता और बेहतरीन तरीके से की गई मार्केटिंग से नमकीन व्यवसाय में प्रति किलोग्राम पर 10 से 18% तक या इससे भी ऊपर मुनाफा आसानी से कमाया जा सकता है.

नमकीन में क्या क्या पड़ता है? नमकीन में क्या क्या डाला जाता है?

नमकीन एक ऐसा खाद्य उत्पाद है जिसे ग्राहक की पसंद के अनुसार बनाया जाता है… अमूमन नमकीन बनाने के लिए नट, बेसन आदि बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है… जिनमें चटपटे स्वाद देने के लिए कई तरह के मसालों का उपयोग किया जाता है.

अंत में-

एक हल्के और स्वास्थ्य वर्धक भोजन विकल्प के रूप में माने जाने के साथ किफ़ायती, स्वादिष्ठ और हर जगह आसानी से उपलब्ध होने के कारण खट्टी-मीठी नमकीन की मांग और लोकप्रियता बढ़ रही है और निकट भविष्य में नमकीनों की मांग काफी बड़े स्तर पर बढ़ने की सम्भावना है. 

नोट- किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें. ऐसा करने से आपको व्यवसाय में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार में डिमांड के अनुरूप आप अपने products का निर्माण भी अच्छे से कर पाएंगे.

आशा है आपको इस लेख “नमकीन बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें” से नमकीन बनाने के व्यवसाय, व्यापार और कारोबार के बारे में पूरी जानकारी जरूर मिली होगी, साथ ही… यदि कुछ छूट गया हो या कुछ पूछना चाहते हों तो कृपया comment box में जरूर लिखें. तब तक के लिए-

“शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए.”

धन्यवाद!

जय हिंद! जय भारत!

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