एलईडी लाइटस व्यवसाय कैसे शुरू करें | How to Start LED Lights Making Business in hindi

एलईडी लाइटस व्यवसाय (LED Lights Business), एलईडी क्या होती हैं, एलईडी लाइटस के व्यवसाय को शुरू करने के लिए क्या-क्या जरूरी घटक, मशीनरी व पंजीकरण होता है, और कितनी लगत लगाकर एलईडी लाइटस व्यवसाय को आसानी से शुरू किया जा सकता है.

दोस्तों! देखा जाए तो जब से कोरोना ने पूरी दुनिया में दस्तक दी है, तब से कईयों को अपनी जिंदगी में आर्थिक और मानसिक दोनों तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा या पड़ रहा है। लेकिन जहां एक तरफ कोरोना काल ने कई समस्याओं को जन्म दिया है तो वही दूसरी तरफ आर्थिक स्तर पर मजबूत होने की कई संभावनाओं को भी पैदा किया है।

इसी विचार को ध्यान में रखते हुए आज हम आपके साथ एक ऐसे व्यापार या व्यवसाय की चर्चा करने जा रहे हैं जिसका कारोबार शुरू कर आप अपने साथ-साथ कईयों के जीवन की स्थिति में सुधार ला सकते हैं, और वह बिजनेस/व्यापार है एलईडी लाइटस बनाने का व्यवसाय (LED Lights Business)

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एलईडी लाइटस व्यवसाय कैसे शुरू करें | How to Start LED Lights Business

जी हां! आप इस एलईडी लाइटस के व्यवसाय (LED Lights Business) को करके ढेर सारा पैसा कमा सकते हैं और अपनी आर्थिक समस्याओं को समाप्त कर सकते/सकतीं हैं, क्योंकि एलईडी लाइटस के कारोबार में हमेशा उच्च मुनाफा या लाभ (high profits) होने की संभावना बनी रहती है और यह व्यवसाय आने वाले वर्षों में उच्च शिखर पर जाने वाला है।

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अब प्रश्न उठता है कि एलईडी लाइटस के व्यवसाय को शुरू करने के लिए किन-किन मुख्य अवयवों, चीजों या वस्तुओं की जरूरत पड़ेगी, और कितनी पूंजी या लागत लगाकर एलईडी लाइटस का कारोबार (LED Lights Making Business) शुरू किया जा सकता है? चलिये आपको एलईडी लाइटस के व्यवसाय की पूरी जानकारी देने की शुरुवात करते हैं-

एलईडी क्या होती हैं (What is LED Lights)-

सबसे पहले बात करते हैं एलईडी लाइटस की, आखिर एलईडी लाइटस होती क्या हैं? एलईडी लाइटस एक प्रकार के छोटे (मिलीमीटर पैमाने के) बल्ब होते हैं, जो लेड और निकिल जैसे तत्वीय घटकों से मिलकर बने होते हैं। जिनका अधिकतर उपयोग रोशनी प्राप्त करने और इंडिकेटर (सूचक) के रूप में किया जाता है।

LED का पूरा नाम Light-emitting diode (लाइट एमिटिंग डायोड) होता है। एलईडी लाइटस बिजली की खपत कम करने के साथ-साथ सामान्य बल्ब की तुलना में अधिक प्रकाश उत्सर्जित करती है, और इन एलईडी लाइटस की उम्र भी सामान्य बल्ब की अपेक्षा बहुत ज्यादा होती है।

एलईडी लाइटस व्यवसाय शुरू करने के लिए मुख्य अव्यव/वस्तुएं (Required Components)-

यदि आप एलईडी लाइटस से बने products या उत्पादों के व्यवसाय या कारोबार में अपना भविष्य बनाना चाहते/चाहती है तो सबसे पहले आपको इस व्यवसाय से जुड़े सभी जरूरी अव्यय या चीजों की जानकारी होनी बेहद जरूरी है।

यदि आप एलईडी बल्बों का कारोबार (LED Bulb Business) करना चाहते/चाहती हैं तो एक एलईडी बल्ब बनाने के लिए आपको इन कच्चे माल या रॉ माटेरियल की जरूरत पड़ेगी-

मेन सर्किट बोर्ड और एलईडी चिप्स-

एलईडी चिप्स (LED CHIPS) और मेन सर्किट बोर्ड जिसे पीसीबी (Printed Circuit Board-PCB) भी कहा जाता है। यह बल्ब या प्रोडक्ट का मेन सर्किट बोर्ड होता है, जिस पर प्रतिरोधक (RESISTANCE) और दिष्टकारी सर्किट (RECTIFIER CIRCUIT- जो AC को DC में बदलने का काम करता है) आदि लगे होते हैं।

साथ ही बोर्ड के साथ या अलग से शीतक (HEAT AND SINK- बोर्ड और एलईडी को ठंडा करने के लिए) लगा होता है, यह अनिवार्य रूप से लगाया जाता है। आज डिमांड के आधार पर यह मेन सर्किट बोर्ड और एलईडी चिप्स अलग-अलग क्षमता (Watt) के आते या बनाए जाते हैं। आप अपने उत्पाद के अनुसार इनका चुनाव कर सकते हैं।

धातु का बना ढक्कन (METALLIC CAP HOLDER)-

धातु से बना ढक्कन जिस पर एलईडी को लगाया जाता है यह धातु का ढक्कन ऐसे डिजाइन किया जाता है जो सर्किट बोर्ड को बंद करने के साथ एक अन्य शीतक के रूप में भी काम करे, आज जितने भी एलईडी उत्पाद या product बाजार में उपलब्ध हैं उन सब में यह ढक्कन प्राथमिकता पर अवश्य लगा होता है।

उत्पाद या Product का ढांचा- 

उत्पाद या product को एक शक्ल देने के लिए एक आकार या ढांचे की जरूरत होती है, अमूमन आज बाजार में एलईडी उत्पादों के ढांचे प्लास्टिक (PLASTIC BODY) और कुछ एलुमिनियम धातु के बने होते हैं, जिसे आप इलेक्ट्रॉनिक्स के लोकल या थोक मार्केट से आसानी से खरीद सकते हैं।

परावर्तक दर्पण (REFLECTOR GLASS)-

रिफ़्लेक्टर ग्लास या परावर्तक दर्पण किसी एलईडी उत्पाद या product के लिए एक सबसे खास और अनिवार्य चीज या घटक है जो प्रकाश के दूर तक विस्तारित करने में अहम भूमिका निभाती है। अमूनन यह रिफ़्लेक्टर ग्लास या परावर्तक दर्पण प्लास्टिक के बने होने के साथ ढक्कन रूपी होते हैं जो बल्ब ऊपरी छोर पर लगे होते हैं।

इसका काम बल्ब में लगी एलईडी को धूल से बचाने के साथ एलईडी से निकालने वाली छोटे स्तर की लाइट को परवर्तित कर बड़े पैमाने पर फैलाना होता है।

कनेक्टिंग तार (Connecting Wire)- 

मेन बोर्ड को एलईडी व ढांचे (उत्पाद/प्लास्टिक बॉडी) से जोड़ने के लिए हमें कुछ कनेक्टिंग तारों (Connecting Wires) की जरूरत पड़ती है। ये कनेक्टिंग तार/वायर साधारण तौर पर तांबे या फिर एलुमिनियम के हो सकते हैं।

शोल्डरिंग आयरन और शोल्डरिंग फ्लक्स-

सर्किट बोर्ड से तारों को जोड़ने के लिए शोल्डरिंग आयरन और शोल्डरिंग फ्लक्स आदि चीजों की जरूरत पड़ती है, यह सामान किसी भी इलेक्ट्रोनिक्स खुदरा मूल्य दुकान पर लगभग 50 से 100 रुपए में बेहतरीन गुणवत्ता का मिल जाता है और इसे आप अपने लोकल इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट से आसानी से खरीद सकते हैं।

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एलईडी लाइट के व्यापार में लगने वाली मशीनरी (Required Machinery)-

यदि आप एलईडी लाइटस के कारोबार को निर्माता (Manufacturer) के रूप में करना चाहते/चाहतीं है तो LED Light Manufacturing यूनिट (LED Bulb के लिए) लगाने हेतु आपको इन मशीनों या मशीनरी की आवश्यकता होती है-

  1. COMPONENT FORMING MACHINE (इसकी कीमत 24,000 रूपए से शुरू होती है)
  2. SOLDERING MACHINE (कीमत 250 रूपए से शुरू)
  3. DIGITAL MULTI METER (कीमत 220 रूपए से शुरू)
  4. CONTINUITY TESTER (कीमत 70 रूपए से शुरू)
  5. SEALING MACHINE (कीमत 899 रूपए से शुरू)
  6. LCR METER (कीमत 2100 रूपए से शुरू)
  7. SMALL DRILL MACHINE (कीमत 999 रूपए से शुरू)
  8. LUX METER (कीमत 1400 रूपए से शुरू)
  9. HOT AIR GUN MACHINE (कीमत 1600 रूपए से शुरू)

मशीनरी/कंपोनेंट की यह कीमतें बाजार के उतार-चढाव पर बदल या घट-बढ़ सकती हैं.

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एलईडी लाइट का व्यापार शुरू करने के लिए रॉ मटेरियल कहां से लें (Required Raw Materials)-

अभी तक आपने जान लिया है कि एलईडी लाइटस के व्यवसाय के लिए आपको किन-किन अवयवों की जरूरत होगी, अब जानते हैं कि इन रॉ मटेरियल को आप कहां से खरीद सकते हैं या एलईडी बल्ब का सामान (led bulb raw material) कहां मिलेगा? तो इसके लिए आप सबसे पहले अपने लोकल/स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट की ओर रुख करें,

जहां आपको सबसे उचित दर पर कच्चा माल मिल सकता है, साथ ही आपको यदि कोई तकनीकी समझ में समस्या आती है तो वह भी यहां से दूर की जा सकती है।

यदि आपके लोकल मार्केट में रॉ मटेरियल नहीं मिलता या मिल पाता है, तो आप इसे आनलाइन भी मंगवा सकते हैं। ऑनलाइन मंगवाने के लिए आप www.indiamart.com पर देख सकते हैं, साथ ही यदि आप केवल testing के लिए सैंपल के तौर पर छोटी मात्रा में रॉ मटेरियल मंगवाना चाहते हैं तो इसके लिए आप www.amazon.com या www.flipkart.com पर आर्डर दे सकते हैं।

मेरे सुझाव से आप पहले सैंपल मंगवाकर अपना product या उत्पाद को तैयार करें और पूरी तरह से संतुष्ट (Quality testing) होने के बाद ही बड़े स्तर पर निवेश या पूंजी लगाएं। देखिए! जब तक व्यवसाय की पूरी जानकारी न हो तब तक बड़े निवेश से बचने में ही समझदारी है, और यह एक नए उभरते हुए व्यापारी का मूल मंत्र भी है।

प्रशिक्षण कहां से ले सकते हैं (Training for LED Making)-

लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने कई स्कीमें और योजनाएं शुरू की है. भारत सरकार की कौशल विकास योजना एवं खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से इच्छुक एवं उभरते हुए कारोबारियों/व्यवसायियों के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण भी आयोजित किया जाता रहता है.

यदि आप एलईडी लाइटस से बने उत्पादों के निर्माण और रिपेयर संबंधी पूर्ण जानकारी लेना चाहते है, तो प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रतिभाग कर प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से जरूर लें. यह आपके व्यवसाय की नीव का काम करता है.

व्यवसाय लगाने के लिए स्थान (Required Area)-

छोटे स्तर पर एलईडी लाइटस के व्यवसाय या कारोबार की शुरुवात आप अपने घर से ही कर सकते/सकतीं है, जहां कम से कम आपको 10X10 वर्ग फुट (थोड़ा कम-ज्यादा भी चल सकता है) स्थान या जगह की जरूरत पड़ेगी. इस स्थान पर आपको Raw Material रखने और काम करने की जगह को निश्चित करना होगा, और साथ ही पैकिंग की जगह भी सुरक्षित करनी होगी.

वही यदि आप एलईडी लाइट के कारोबार को बड़े स्तर पर करना चाहते/चाहतीं हैं तो आप 500 वर्ग फुट के स्थान या जगह की आवश्यकता होगी, जहां कई लोग एक साथ काम कर सकते हैं और bulk में एक तरफ माल तैयार कर सकते/सकतीं हैं और दूसरी तरफ उस तैयार माल की पैकिंग भी करा सकते/सकतीं हैं.

यदि आप बड़े स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट या मशीनरी लगाना चाहते/चाहती हैं तो आपको चयनित मशीनरी व उत्पादन क्षमता के मुताबिक जगह का चुनाव व स्थान में बढ़ोत्तरी भी करनी होगी.

व्यवसाय की कुल लागत (LED Making Business Cost)-

छोटे स्तर पर एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू करने में कम से कम 20,000 से 30,000 रूपए पूँजी की आवश्यकता होती है, जिसमें रॉ मटेरियल, जरूरी मशीनरी और पैकिंग शामिल है, यह कीमत हमारे द्वारा किये गए एलईडी लाइटस के लोकल सर्वे में एक पेशेवर कारोबारी द्वारा बताई गई है.

आज YouTube पर आपको एलईडी लाइटस के कारोबार से जुड़े ढेरों वीडियो मिल जाएंगे जहां पर कई लोग एलईडी लाइटस के व्यवसाय के बारे में पूरी जानकारी नहीं देते वरण आधी-अधूरी जानकारी देते है या फिर केवल दो चार तथ्य बताकर किसी कम्पनी का प्रमोशन करते हैं जो नए उभरते हुए कारोबारियों की मानसिकता पर गहरा आघात है. खैर…..

वहीं यदि आप एलईडी लाइटस के कारोबार को बड़े स्तर पर करना चाहते/चाहती हैं तो इसके लिए कम से कम 02 से 05 लाख रूपए की जरूरत पड़ेगी, जिसमें आपको रॉ मटेरियल से फिनिश प्रोडक्ट बनाने वाले कर्मियों को काम पर रखना होगा, साथ ही यदि आपके पास खुद का स्थान/जगह नहीं है तो इसके लिए आपको एक किराए की दुकान (कम से कम 250 वर्ग फुट या इससे जयादा की) लेनी होगी.

कार्य स्थल के सुरक्षात्मक कारण (Safety Setup)-

छोटे या बड़े स्तर पर एलईडी लाइटस का कारोबार करने के लिए आपको अपने कार्य स्थल की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है, जिसमें मुख्य है-

  1. कार्य स्थल पर Proper earthing का होना,
  2. प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स (First Aid Box) का होना,
  3. कम से कम एक अग्नि-शमन सिलेंडर का होना और
  4. फर्श पर प्लास्टिक या रबर का आवरण/मैट का बिछा होना.

व्यवसाय का पंजीकरण/रजिस्ट्रेशन (Business Registration)-

बाजार में LED Lights Business शुरू करने से पहले आपको अपनी कम्पनी/एजेन्सी/संस्था का पंजीकरण कराना अनिवार्य है, क्योंकि पंजीकरण लेना ही किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए पहला मानक है. पंजीकरण/रजिस्ट्रेशन के बाद ही आप अपनी कम्पनी/एजेन्सी/संस्था और उत्पाद का प्रचार मार्केट/बाजार में कर सकते हैं.

एलईडी लाइटस का व्यापार शुरू करने के लिए आप भारत सरकार द्वारा विकसित किये गए उद्यमी पोर्टल MSME पर अपने व्यापार की लागत के अनुरूप सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योग अंतर्गत श्रेणियों में पंजीकरण करा सकते हैं. इसके साथ ही आपको GST No. भी लेना अनिवार्य है, उत्पाद की गुणवत्ता के लिए ISO Certification भी करा सकते हैं.

इसके साथ ही आपको इन लाइसेंसों की भी जरूरत होगी-

  1. Trade लाइसेंस
  2. Trade Mark लाइसेंस
  3. NOC प्रमाण पत्र राज्य के प्रदूषण विभाग से

कितने तरीकों से एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू कर सकते हैं (How many type to start led manufacturing business)-

बाजार में एलईडी लाइटस की बढती मांग के कारण आज कई नए व्यवसायी इस कारोबार में अच्छा मुनाफा या लाभ की सम्भावना देख रहे हैं, जिस कारण एलईडी लाइटस के कारोबार में थोड़ी विविधता आ गयी है और यह जरूरी भी है क्योंकि परवान चढ़ते व्यवसाय में हर कोई निवेश करना चाहता है.

आप एलईडी लाइट के कारोबार/व्यापार को …. तरीकों से शुरू कर सकते हैं, जो खुद एक independent कारोबार हैं-

  1. मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाकर (निर्माता बनकर)
  2. सप्लायर (प्रदायक) बनकर, और
  3. ख़राब एलईडी लाइटस को रिपेयर कर
  4. कंपोनेंट बनाकर एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू करना

मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाकर (निर्माता बनकर)-

देखा जाए तो किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाना सबसे बेहतर विकल्प होता है, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने में अच्छी-खासी पूँजी (कम से कम लगभग 10 से 15 लाख रूपए) का निवेश भी करना पड़ता है. मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का काम होता है रॉ मटेरियल से प्रोडक्ट के सभी पुर्जों को बनाना और फिर इन बने हुए पुर्जों को असेम्बल कर अंतिम स्तर पर finishing Product तैयार कर मार्केट/बाजार में उतारना.

मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए जो भी मशीनरी और रॉ मटेरियल/कच्चा माल की आवश्यकता होती है, उसे पोस्ट में ऊपर ही बता दिया गया है। यदि आपके पास मशीनरी लगाने हेतु पर्याप्त पूँजी नहीं है तो आप दूसरे विकल्पों पर ही अपना ध्यान एकाग्र करें.

सप्लायर (प्रदायक) बनकर-

यदि आप केवल तैयार उत्पाद/प्रोडक्ट को मैन्युफैक्चर्र (निर्माण कर्ता) से थोक भाव/मूल्य (Bulk में) पर खरीद कर उस तैयार उत्पाद पर अपनी कंपनी की ब्रांडिंग कर मार्केट/बाजार में अपना कारोबार (सप्लायर के रूप में) शुरू करना चाहते/चाहतीं है तो शुरू कर सकते हैं.

सप्लायर के रूप में एलईडी लाइट का व्यापार शुरू करने में आपको कम से कम 5,000 से 10,000 रूपए की पूँजी या लागत लगानी होगी. साथ अच्छे से अपने उत्पाद की मार्केटिंग भी करनी होगी.

ख़राब एलईडी लाइटस को रिपेयर कर-

ख़राब एलईडी लाइटस को रिपेयर करने का व्यवसाय भी अब जोर पकड़ने लगा है, चूँकि एलईडी लाइटस से बने प्रोडक्ट एक इलेक्ट्रोनिक मशीन ही है जिनमें तकनीकी खराबियों का आना एक स्वाभाविक बात है, हालांकि warranty अंतर्गत ख़राब प्रोडक्ट को कंपनी वापस ले लेती है लेकिन warranty expire होने के बाद ये उत्पाद आम जनता के लिए बेकार ही साबित होते हैं.

आज मार्केट/बाजार में उच्च watts के कई उत्पाद मौजूद हैं वे काफी महंगे भी हैं, यदि आप एलईडी लाइटस से बने प्रोडक्टस की रिपेरिंग करना जानते/जानती हैं तो आपका यह हुनर अच्छा पैसा कमाने का जरिया साबित हो सकता है. और सबसे बड़ी बात रिपेरिंग के कारोबार में आपको नाम मात्र (आवश्यक tools में) पूंजी लगानी पड़ेगी साथ ही आपके प्रतिस्पर्धी भी सीमित (अधिकांश मामलों में शून्य) होते हैं.

क्या एलईडी को रिपेयर करना आसान है?

जी नहीं! एक सिंगल एलईडी बल्ब को हाथो से रिपेयर करना बहुत ही कठिन काम होता है, जबकि जिस सर्किट में एलईडी लगी है, उस सर्किट को आसानी से रिपेयर किया जा सकता है. मूलरूप से एलईडी को रिपेयर से स्थान पर रिप्लेस ही किया जाता है.

कॉम्पोनेन्ट बनाकर एलईडी लाइट का कारोबार शुरू करना-

एलईडी लाइटस से बना हर एक उत्पाद कई सारे पुर्जों या कंपोनेंट से मिलकर बना होता है, आज बाजार में जिस तरह एलईडी लाइटस से बने उत्पादों की खपत बढती जा रही है उसका आंकलन कर यह कहा जा सकता है कि एलईडी लाइटस से बने उत्पादों के कंपोनेंट बनाकर भी एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू किया जा सकता है.

कंपोनेंट जैसे- सफेद और मल्टी कलर के LED Chips-PCB, Product Body, Heat & Sink, परावर्तन दर्पण (Reflecting Glass) और पैकिंग कवर बनाकर. पैकिंग बनाना या पैकिंग कवर बनाना, एक पूरी तरह से Self Independent कारोबार है, जिसमें पैसा कमाने की संभावनाओं में कभी कमी नही आती है.

एक सर्वे के मुताबिक आज अधिकांश कार धारक (चार पहिया वाहन) जो अधिकतर अपने वाहन से यात्रा करना पसंद करते हैं, उन्हें उच्च क्षमता की एल0ई0डी0 लाइटस की जरूरत रहती है, यदि आप घरेलू एल0ई0डी0 लाइटस के साथ high capacity LED Lights बनाने का व्यवसाय करते हैं तो बाजार से अच्छा और उच्च स्तर का मुनाफा भी कमा सकते हैं.

लोन कहां से मिल सकता है (Where to get Loan)-

लघु उद्योग अंतर्गत आने वाला एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू करने के लिए आप यदि लोन चाहते/चाहतीं है तो भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार योजना के माध्यम आपको आसानी से ऋण/लोन मिल सकता है. इसके लिए आपको अपनी कंपनी/एजेन्सी के पंजीकरण संख्या से प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत आवेदन करना होगा.

प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत लघु उद्योग हेतु ऋण/लोन के लिए आप अपने स्थानीय सरकारी बैंक की शाखा से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

अपने Product की मार्केटिंग/प्रचार-प्रसार करना-

यदि आपने छोटे स्तर पर एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू किया है तो आपके लिए सबसे अच्छी मार्केट आपकी लोकल मार्केट है. जहां आप अपने तैयार product का प्रचार आसानी से कर सकते/सकती हैं साथ लोकल मार्केट के खुदरा कारोबारियों को अच्छे मूल्य पर अपना प्रोडक्ट देकर उनसे अपने उत्पाद को बेचने के लिए कह सकते/सकती है. साथ क्षेत्र के व्यापारिक स्थानों पर बैनर, पोस्टर एवं पैम्पलेट के माध्यम से भी प्रचार कर सकते/सकती है.

मूल्य निर्धारण करना-

मार्केटिंग करने से पहले आप अपने उत्पाद का एक निश्चित मूल्य (थोक और खुदरा दोनों) प्राथमिक तौर पर जरूर सुनिश्चित करें, आपका तय किया गया उत्पाद मूल्य बाजार में उपलब्ध अन्य सभी उत्पादों की अपेक्षा कम होना चाहिए, यह शुरुवाती व्यापार की रणनीति में से एक है जिसे हर नया व्यापारी जरूर अपनाता है.

कम मूल्य के चलते आप अपने उत्पाद की गुणवत्ता न खोने दे क्योंकि ख़राब Quality के Product कोई नहीं खरीदना चाहता. साथ ही अपने प्रतिस्पर्धी को पहचाने और उसके उत्पाद की तुलना में अपने उत्पाद को बेहतर बनाने की कोशिश करें.

एलईडी लाइटस के व्यापार में मुनाफा (Profits in LED Making Business)-

एलईडी लाइटस का कारोबार हर तरह से एक मुनाफे का कारोबार सिद्ध हो रहा है, जहां एक पीस (अलग-अलग watts क्षमता के) तैयार करने में लगभग 35 से 79 रूपए कीमत का खर्च आता है, वहीं तैयार उत्पाद प्रति पीस खुदरा बाजार में लगभग 80 से 500 रूपए तक 01 से 05 साल की warranty के साथ बिकता या बेंचा जाता है.

उच्च मुनाफे/लाभ और एलईडी लाइटस कारोबार के भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए एलईडी लाइटस का व्यापार, पैसा कमाने का एक अच्छा विकल्प सिद्ध होता जा रहा है. यदि आप सादे रंग के साथ multi-color के एलईडी लाइटस (Bulb) का व्यापार या कारोबार करते हैं तो आपका LED bulb business profit या मुनाफा कुछ हद तक और बढ़ सकता है.

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FAQ.

led बल्ब बनाने का सामान कहां मिलता है?

लगभग भारत के सभी लोकल/स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक्स थोक मार्केट में led बनाने का सामान आसानी से मिल जाता है, दिल्ली, कानपुर, नोयडा, गाजियाबाद व महाराष्ट्र ऐसे स्थान हैं जहाँ led उत्पाद बनाने के लिए कच्चा माल तैयार किया जाता है.

LED बल्ब पर 4000k 6500k का क्या मतलब होता है?

यहाँ K का आशय केल्विन से है जो तापमान नापने का मात्रक होता है. सामान्य तौर पर घरेलू स्तर पर प्रयोग में लिए जाने वाले led उत्पाद का तापमान 2000K से 6500K के मध्य ही होता है.

क्या led bulb को छोटी बैट्री से चलाया जा सकता है?

जी हां, यह पूरी तरह से संभव है, बैटरी से led bulb को चलाने के लिए बनजर में मिलने वाले सामान्य led bulb के सर्किट में बदलाव करना होता है.

अंत में-

बाजार से लेकर लगभग हर घर को रोशन करने वाली एलईडी लाइटस आज हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बनती जा रही है. इनका इस्तेमाल करने से बिजली की खपत कम हो जाती है, सामान्य बल्ब के मुकाबले एलईडी लाइटस ज्यादा भरोसेमंद और टिकाऊ होती है और सबसे अच्छी बात यह है कि एलईडी लाइटस को कम खर्च में रियेयर या रिसाइकिल दोनों किया जा सकता है.

एलईडी लाइटस का कारोबार छोटे और बड़े दोनों पैमानों/स्तरों में किया जा सकता है, छोटे पैमाने या कम लागत लगाकर इस उद्योग को अपने घर से भी शुरू कर सकते/सकती हैं. वहीँ बड़े पैमाने पर स्थान विशेष और बड़ी पूँजी का निवेश करना होगा.

नोट किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें. ऐसा करने से आपको व्यवसाय में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार में डिमांड के अनुरूप आप अपने products का निर्माण भी अच्छे से कर पाएंगे.

अभी तक इस पोस्ट “एलईडी लाइटस व्यवसाय कैसे शुरू करें” इतना ही. आशा है आपको एलईडी लाइटस के व्यापार/कारोबार से जुडी लगभग सारी बाते जरूर पता चली होंगी, यदि कुछ छूट गया हो या इससे संबंधित कुछ पूछना या कहना चाहते हैं तो कृपया comment box में लिखें. ऐसे ही बिजनेस आईडियाज़ को पाने के लिए वेबसाइट को subscribe करना न भूलें, साथ ही जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और जरूरतमंदों के साथ share जरूर करें.

“शुभकामनाएं आपके नए व्यापार और बेहतर भविष्य के लिए”

धन्यवाद!

जय हिन्द! जय भारत!

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