आज शायद ही कोई ऐसा घर होगा सब्जियों के राजा आलूओं का उपयोग नकिया जाता हो.
आलू की पत्तियों को मसलकर खुजली/एग्जिमा जनित स्थान पर बार-बार लगाया जाए तो पत्तियों के रस से खुजली/एग्जिमा को भी बड़ी सहजता से दूर कर सकते है.
गमले मेंआलू की खेती
गमले मेंआलू की खेती
भारत के सर्द मौसम में आलू की बुवाई की जाती है सितम्बर के आखिरी सप्ताह से मध्य नवम्बर तक अगेती में और मध्य नवम्बर से जनवरी के पहले सप्ताह तक पछेती में.
ग्रो बैग मेंआलू की सफल खेती
ग्रो बैग मेंआलू की सफल खेती
किचन गार्डनिंग में मुख्य रूप से आलूओं की अगेती किस्मों को ही लिया जाता है, जिसे गमले या ग्रो बैग में लगाया जा सकता है.
ऐसे करें घर पर आलू की सफल खेती
आलू के पौधे को पनपने के लिए मिटटी का pH मान 06 से 07 के बीच होना जरूरी होता है और रोपने के बाद गमलों या ग्रो बैग पर सीधी धूप का पड़ना जरूरी है
ऐसे करें घर पर आलू की खेती
ऐसे करें घर पर आलू की खेती
आलू में कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, मैंगनीज, विटामिन-सी, बी-कॉम्पलेक्स, आयरन तथा फास्फोरस जैसे तत्त्वों का समावेश होता है
प्रोटीन, स्टार्च, विटामिन-सी के अलावा आलूओं में अमीनो अम्ल जैसे- ट्रिप्टोफेन, ल्यूसीन, आइसोल्यूसीन और कार्बोहाइड्रेट आदि भी काफी मात्रा में पाये जाते है
प्रोटीन, स्टार्च, विटामिन-सी के अलावा आलूओं में अमीनो अम्ल जैसे- ट्रिप्टोफेन, ल्यूसीन, आइसोल्यूसीन और कार्बोहाइड्रेट आदि भी काफी मात्रा में पाये जाते है
ऐसे करें घर पर आलू की खेती
आलूओं में कई औषधीय गुण होने के साथ-साथ हमारे सुन्दरता को भी बढ़ाने वाले गुण भी होते है
किचन या टेरेस गार्डनिंग के तहत छोटे स्तर पर ग्रो बैग या गमले में आलू की पैदावार करने के लिए चिप्सोना आलू का चयन बेहतर एक विकल्प है.
ऐसे करें घर परआलू की सफल खेती
हममें से कईयों को आलू के औषधीय गुणों की बहुत ही कम जानकारी होने के कारण आज आलू केवल सब्जी मात्र ही समझा जाता है.