नोटबुक बनाने का बिजनेस

नोटबुक बनाने का बिजनेस

नोटबुक जिस पर लेखन, चित्रण व पठन जैसे महत्वपूर्ण कार्य किये जाते हैं, आम भाषा में कॉपी, रजिस्टर, स्पाइरल, स्क्रैप व ड्राइंग बुक के नाम से भी जाना जाता है

मुनाफे का कारोबार

लेखन कार्य के आलावा नोटबुक को short notes बनाने जैसे उद्देश्यों के लिए भी उपयोग में लिया जाता है

समाज के हर स्तर पर जहां लेखन, अध्ययन व पठन आदि का काम किया जाता है वहां पर नोटबुक को शीर्ष प्राथमिकता पर उपयोग में लिया ही लिया जाता है

मौजूदा बाजार में नोटबुक की मांग हमेशा बनी ही रहती है जिससे कभी भी नोटबुक बनाने के व्यवसाय में कभी भी मंदी का दौर आता ही नहीं.

नोटबुक बनाने का बिजनेस

नोटबुक बनाने का बिजनेस

एक सफल कारोबार स्थापित करने व एक सफल उद्यमी/व्यवसायीय बनाने के लिए यह जरूरी है भ्रामक सूचनाओं से दूर रहें.

नोटबुक निर्माण व्यवसाय या किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले वांछित उद्यम के business plan को गहराई से समझना जरूरी है.

नोटबुक बनाने का व्यवसाय

नोटबुक बनाने का व्यवसाय

नोटबुक बनाने के लिए दिस्ता पेपर रोल, कवर रोल, स्टेपल पिन, गोंद आदि कच्चे माल की जरूरत होती है.

नोटबुक निर्माण व्यवसाय

नोटबुक निर्माण व्यवसाय

नोटबुक बनाने के लिए कम से कम 1,000 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता होती है, जहां कम से कम 700 वर्ग फुट क्षेत्र धूल, बारिस, मिट्टी व प्रदूषण से संरक्षित होना जरूरी है.

Notebook Making Business

नोटबुक बनाने के व्यवसाय में मशीनों के सुगम संचालन के लिए 02 से 10 किलोवॉट क्षमता के बिजली कनेक्शन की अवश्यकता होती है.

कॉपी रजिस्टर  बनाने का बिजनेस

कॉपी रजिस्टर  बनाने का बिजनेस

छोटे स्तर पर नोटबुक निर्माण व्यवसाय या नोटबुक बनाने के कारोबार में लागत लगभग 02 से 05 लाख रूपये तक आ जाती है.

मौजूदा बाजार में कॉपी, रजिस्टर, बिल बुक, नोटपैड, स्पाइरलबुक ऐसे उत्पाद हैं जिनकी हमेशा मांग बनी ही रहती है...