कोरोना के बाद से ही देश की बेरोजगारी दर में तेजी से इजाफा होता जा रहा है, जिस कारण कईयों की नौकरी भी छूट गई है

ऐसे में नौकरी खोजने के बजाए, आप अपना एलईडी लाइट्स बिजनेस शुरू कर सकते हैं, वह बहुत ही छोटे निवेश के साथ.

एलईडी लाइट्स की डिमांड मार्केट में हमेशा बनी ही रहती है, जिससे इस बिजनेस में आपको नुकसान भी न के बराबर ही उठाना पड़ता है.

हर एक एलईडी लाइट्स की लाइफ 50 हजार घंटे की होती है. साथ ही एलईडी लाइट्स के इस्तेमाल से बिजली के बिल भी काफी कम हो जाता है.

एलईडी लाइट्स बिजनेस को खड़ा करने के लिए सरकार की तरफ से ट्रेनिंग (खादी ग्रामोद्योग से मिलकर) भी समय-समय पर आयोजित की जाती हैं.

एलईडी लाइट्स बनाने के लिए एलईडी चिप्स, रेक्टिफिएर, हीट सिंक, कैप होल्डर, बॉडी, रिफ्लेक्टर, वायर और सोल्डरिंग फ्लक्स की जरूरत होती है.

एलईडी लाइट के कारोबार को बड़े स्तर पर करने के लिए 500 वर्ग फुट के स्थान की आवश्यकता होगी, जहां कई लोग एक साथ काम कर सकते हैं.

एलईडी लाइटस का कारोबार शुरू करने में कम से कम 50,000 रूपए पूँजी की आवश्यकता होती है, जिसमें रॉ मटेरियल, जरूरी मशीनरी और पैकिंग शामिल है

एलईडी के व्यापार को 04 तरीकों से शुरू कर सकते हैं, जो खुद independent कारोबार हैं- निर्माता, सप्लायर, एलईडी रिपेयर और कंपोनेंट बनाकर.

उच्च मुनाफे और एलईडी कारोबार के भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए एलईडी का व्यापार, पैसा कमाने का एक अच्छा विकल्प सिद्ध होता जा रहा है.